बुरा हाल है यूक्रेन में गर्भवती महिलाओं का
यूक्रेन के पॉकरोव्स्क के इस प्रसूति क्लिनिक में दो दीवारों वाला एक नियम है: सिर्फ बिना खिड़कियों के दो दीवारों वाले कमरे ही सुरक्षित हैं. लेकिन अगर पूरे अस्पताल पर ही बम गिरा दिया जाए, तो कोई तरकीब काम नहीं आएगी.
आखिरी सहारा
यह क्लिनिक विवादित डोनबास के उस इलाके में है जहां अभी भी यूक्रेन का कब्जा है. यह क्लिनिक कई गर्भवती महिलाओं के लिए आखिरी सहारा है.
समय से पहले जन्म
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक युद्ध से पहले यूक्रेन में करीब समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों का आंकड़ा नौ प्रतिशत था. रूसी हमले के बाद पॉकरोव्स्क अस्पताल में यह बढ़ कर 16.5 प्रतिशत हो गया है. बच्चे 40 हफ्तों के बाद की जगह 37वे हफ्ते से पहले ही जन्म ले ले रहे हैं.
गर्भवती महिलाएं दबाव में
यहां से युद्ध का मोर्चा सिर्फ 40 किलोमीटर दूर है. बमबारी के बीच जन्म देने का मतलब गर्भवती महिलाओं पर बहुत बड़ा दबाव है. खिड़कियों में रेत की बोरियां लगाई गई हैं ताकि बमों के टुकड़े अंदर ना आ सकें. लेकिन मार्च में मारियोपोल में जिस तरह अस्पताल पर सीधा हमला हुआ था, उस तरह के हमले से ये बोरे बचा नहीं पाएंगे.
मुश्किल हालात में डॉक्टर
डॉक्टर इवन सिगानोक कहते हैं, "हमें कई बार भारी गोलीबारी के बीच डिलीवरी करानी पड़ी है. प्रसव एक ऐसी प्रक्रिया है जिसे रोका नहीं जा सकता." वो महिलाओं के तनाव और समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चों की बढ़ती संख्या में संबंध देखते हैं.
तनाव में गर्भावस्था
26 साल की मरीना तुपाता कहती हैं, "मुझे अपनी गर्भावस्था का आनंद लेने का मौका ही नहीं मिला. मैं पैदल चलना और उसका आनंद लेना चाहती थी, लेकिन हमें हमेशा घर के अंदर ही रहना पड़ता था." तस्वीर में उनकी छह दिन पहले जन्मी बेटी सोफिया भी है.
गोलीबारी में नींद
स्त्री रोग विशेषज्ञ ओलेसिया कुष्नरेन्को कहती हैं कि माएं इस नवजात की तरह निश्चिन्त नहीं हैं. कुष्नरेन्को ने अपनी पीएचडी की थीसिस के लिए लड़ाई के पास रहने वाली महिलाओं का निरीक्षण किया और उनमें तनाव का स्तर बढ़ा हुआ पाया. आधी से ज्यादा महिलाओं में भ्रूण को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिला था. इससे गर्भावस्था में समस्याएं होती हैं और बच्चे का जन्म समय से पहले होता है.
सब ठीक हो जाएगा?
35 साल की कात्या बुराव्त्सोवा ने पॉकरोव्स्क अस्पताल में ही अपने बेटे इलियुषा को गर्भ के 28वे सप्ताह में जन्म दिया. उसे अपनी गोदी से पालने में डालने से पहले वो उसके कानों में फुसफुसाती हैं, "सब ठीक हो जाएगा." (फिलिप बोल)