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नाटो सदस्यता की मांग से पीछे हटा यूक्रेन

९ मार्च २०२२

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि अब वो नाटो की सदस्यता पर "जोर नहीं दे रहे हैं". इसे यूक्रेन के रवैये में बड़ा बदलाव माना जा रहा है, लेकिन रूस ने इस पर अभी तक कुछ नहीं कहा है.

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यूक्रेन
वोलोदिमीर जेलेंस्कीतस्वीर: REUTERS

जेलेंस्की ने अमेरिकी मीडिया संस्थान एबीसी न्यूज को बताया, "मैं इस विषय पर काफी पहले ही शांत हो चुका हूं, जबसे मुझे समझ में आ गया कि...नाटो यूक्रेन को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है."

उन्होंने यह भी कहा कि नाटो "विवादास्पद चीजों से और रूस से सीधा भिड़ जाने से डरा हुआ है." पुतिन कि यूक्रेन से मांगों में से नाटो सदस्यता की ख्वाइश को छोड़ देना एक प्रमुख मांग रही है, इसलिए जेलेंस्की के इस बयान को रूस के लिए उनकी तरफ से एक बड़ा इशारा माना जा रहा है.

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रूस को दो इशारे

इसके साथ ही जेलेंस्की ने एक इशारा और दिया. उन्होंने कहा कि वो डोनिएस्क और लुगांस्क के दर्जे को ले कर भी "समझौते" पर विचार कर सकते हैं. डोनेत्स्क और लुहांस्क रूस की सीमा से सटे यूक्रेन के ही दो इलाके हैं जहां कई सालों से अलगाववादी आंदोलन चल रहा था.

कीव, यूक्रेन
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हाथों में फूल लिए यूक्रेन के सैनिकतस्वीर: Andrea Filigheddu/NurPhoto/picture alliance

21 फरवरी को रूस ने इन इलाकों को स्वतंत्र गणराज्यों के रूप में मान्यता दे दी थी और उसके बाद वहां अपने सैनिकों को "शांति सेना" के रूप में भेज दिया था. इसके तुरंत बाद ही यूक्रेन पर रूस के हमले की शुरुआत हुई थी. पुतिन की दो प्रमुख मांगें रही हैं कि यूक्रेन नाटो का सदस्य बनने का इरादा छोड़ दे और डोनेत्स्क और लुहांस्क की स्वतंत्रता को मान्यता दे दे.

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दोनों इलाकों के बारे में कहते हुए जेलेंस्की ने कहा, "मैं बातचीत के लिए तैयार हूं-हम समर्पण के लिए तैयार नहीं हैं...हम बातचीत के जरिए इस पर किसी समझौते पर पहुंच सकते हैं कि इन इलाकों का क्या दर्जा होगा."

जेलेंस्की का बयान यूक्रेन के रुख में बड़ा बदलाव है और यूक्रेन की तरफ से रूस के लिए समझौते का बड़ा संदेश है. हालांकि रूस ने जेलेंस्की के बयान पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

सीके/एए (एएफपी, डीपीए)

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