जो बाइडेन और डॉनल्ड ट्रंप के बीच तीखी बहस
२८ जून २०२४अमेरिका में गुरुवार रात को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों डॉनल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच पहली राष्ट्रीय बहस हुई. बहस से पहले दोनों नेताओं ने हाथ तक नहीं मिलाया और उनके बीच की कड़वाहट साफ दिखाई दे रही थी.
बहस के दौरान संचालकों ने तीन बार ट्रंप से पूछा कि क्या चुनाव के नतीजों को स्वीकार करेंगे. बार-बार पूछने पर उन्होंने कहा, "अगर चुनाव अच्छा होता है, निष्पक्ष और कानूनन होता है तो जरूर स्वीकार करूंगा.”
डेढ़ घंटे तक चली इस बहस के दौरान दोनों नेताओं के बीच विभिन्न मुद्दों पर तीखी बहस हुई. सबसे पहला मुद्दा अर्थव्यवस्था था जिसमें बाइडेन ने अपनी उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि 2021 में ट्रंप के कार्यकाल के बाद हालत बहुत अस्त-व्यस्त थी और उन्होंने देश को "भारी गिरावट” से बचाया.
जब बाइडेन नरम आवाज में बोल रहे थे तो ट्रंप के चेहरे पर बहुत रूखे भाव थे. तब उनका माइक्रोफोन म्यूट रखा गया था. उसके बाद जब उनकी बारी आई तो उन्होंने अपने कार्यकाल का जमकर बखान किया. उन्होंने कहा कि उनके समय में "सब कुछ बेहतरीन था.”
बाइडेन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "महंगाई हमारे देश को बर्बाद कर रही है. यह हमारी जान ले रही है.”
गर्भपात पर बहस
अबॉर्शन के मुद्दे पर भी दोनों नेताओं के बीच जमकर कहासुनी हुई. बाइडेन ने ट्रंप पर अबॉर्शन के अधिकार खत्म करने का आरोप लगाया. उनका इशारा सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले की ओर था जिसके तहत अबॉर्शन के अधिकार पर फैसला करने का हक राज्यों को दे दिया गया. इस फैसले का रिपब्लिकन पार्टी द्वारा सुप्रीम कोर्ट में नामित तीन जजों ने समर्थन किया था.
बाइडेन ने कहा, "जो आपने किया है वह बहुत बुरा है…यह नागरिक अधिकारों को वापस राज्यों को देने जैसा है.” बाइडेन ने वादा किया कि दूसरे कार्यकाल में वह अबॉर्शन के अधिकार को वापस लेकर आएंगे.
ट्रंप ने कहा कि उन्होंने राज्यों के कानूनों के जरिए गर्भपात का अधिकार फिर से लोगों के हाथों में सौंपा और वह बलात्कार और मां की जान बचाने के अलावा हर मामले में गर्भपात पर प्रतिबंध का समर्थन करते हैं. ट्रंप ने कहा, "हमें लगता है कि रिपब्लिकन नहीं बल्कि डेमोक्रेट पार्टी उग्रवादी है.”
कैपिटोल हिल में दंगों का मुद्दा
जब 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के बाद 6 जनवरी 2021 को कैपिटोल हिल में हुए दंगों की बात आई तो ट्रंप ने अपनी भूमिका पर जवाब देने के बजाय बात को टालने की कोशिश की. हालांकि संचालकों द्वारा जब बार-बार सवाल पूछे गए तो उन्होंने कहा कि उन्होंने लोगों को "शांतिपूर्ण और राष्ट्रवादी” व्यवहार करने को प्रोत्साहित किया था. हालांकि इतना कहते ही उन्होंने फिर बात बदल दी और अन्य मुद्दों पर बात करने लगे.
चुनाव प्रचार के दौरान दंगों के लिए दोषी करार दिए गए अपने छह समर्थकों की सजा माफ करने का दावा कर चुके ट्रंप ने कहा कि कैपिटोल हिल पर चढ़ाई करने वाले उनके समर्थक शांतिपूर्ण व्यवहार कर रहे थे और उन पर राजनीतिक बदले की कार्रवाई की गई.
इसके जवाब में बाइडेन ने ट्रंप की ओर देखते हुए कहा, "इस मंच पर एक ही व्यक्ति है जिसे अदालत ने दोषी पाया है और मैं उसकी ओर देख रहा हूं.”
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप झूठे कारोबारी रिकॉर्ड तैयार करने के मामले में दोषी करार दिए गए हैं. यह पहला मौका है जब किसी पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को आपराधिक मामले में दोषी करार दिया गया है.
वीके/एए (रॉयटर्स, एएफपी)