शिक्षकों की मदद करते हैं एक बत्तख और मुर्गी
रोमानिया के सिंडरिलिता गांव के एक स्कूल में एक बत्तख और मुर्गी स्कूल में शिक्षकों की मदद करते हैं. क्या करते हैं ये जानवर?
टीचर के सहायक जानवर
मुर्गी ‘रोडिका’ और बत्तख ‘बबल्स’ सिंडरलिता गांव के स्कूल में अध्यापकों के सहायक हैं. ये नियमित तौर पर कक्षाओं का दौरा करते हैं.
बच्चों में दयाभाव
वेटरनरी डॉक्टर ओआना वासिलिउ ने इन जानवरों को बच्चों से मिलवाया. इस मुलाकात का मकसद था कि बच्चों में दयाभाव और समझ पैदा हो.
20 स्कूलों में चल रहा है प्रोग्राम
यह दौरा इल्फोव काउंटी के लगभग 20 स्कूलों में चल रहे जानवर जागरूकता प्रोग्राम का हिस्सा है. इस प्रोग्राम का उद्देश्य पांचवी-छठी के बच्चों में दया और सीखने की आदत को बढ़ाना है.
बुलिंग पर असर
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रोग्राम से स्कूलों में बढ़ती बुलिंग को कम किया जा सकता है. ये दोनों प्राणी मरने से बचाए गए हैं और विकलांग हैं.
दूसरों के प्रति सम्मान
इल्फोव काउंटी काउंसिल में प्राणी सुरक्षा सलाहकार रालूका बालेआनु का मानना है कि विकलांग जानवरों से मिलने से बच्चे दूसरों की कमियों को समझना और स्वीकारना सीखेंगे.
आमने-सामने मिलने का असर
डॉक्टर वासिलिउ का कहना है कि जब बच्चे इन जानवरों को टीवी या फोटो के बजाय आमने-सामने देखते हैं और उन्हें सहलाते हैं तो उन पर सीधा असर पड़ता है.