बढ़ती जा रही धरने पर बैठे पहलवानों की मुश्किलें
४ मई २०२३सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कई वीडियो में धरने पर बैठे पहलवान आरोप लगाते नजर आ रहे हैं कि दिल्ली पुलिस के कर्मियों ने बुधवार तीन मई की रात उनके साथ गाली गलोच और मारपीट की. एक वीडियो में एशियाई खेलों में गोल्ड मेडल विजेता महिला पहलवान विनेश फोगाट कह रही हैं कि धरना स्थल पर तैनात दिल्ली पुलिस का एक कर्मी शराब के नशे में धुत था और उसने उन्हें और अन्य महिला पहलवानों को धक्का दिया.
इस वीडियो को वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई और अन्य लोगों ने ट्वीट किया है. फोगाट ने यह भी आरोप लगाया कि उनके भाई पर हमला भी किया गया और उनका सिर फोड़ दिया गया.
ओलंपिक मेडल विजेताओं का हाल
एक और वीडियो में ओलंपिक मेडल विजेता पहलवान साक्षी मलिक रोती हुईं नजर आ रही हैं. एक और ओलंपिक मेडल विजेता बजरंग पूनिया उस वीडियो में आरोप लगा रहे हैं कि पुलिस ने इन पहलवानों का यह हाल किया है.
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पहलवान रात को धरना स्थल पर सोने का इंतजाम करने के लिए गद्दे और लकड़ी के तख्ते ला रहे थे, जिस पर दिल्ली पुलिस ने आपत्ति जताई और उसके बाद दोनों पक्षों में झड़प हो गई. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल को भी पुलिस ने जबरन धरना स्थल से हटा दिया.
दिल्ली पुलिस के आचरण पर सवाल उठाते हुए विनेश फोगाट ने पत्रकारों से कहा कि क्या वो और उनके साथी इसलिए देश के लिए मेडल ले कर आये थे कि उन्हें यह दिन देखना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर मेडल जीतने वालों का यह हाल होता है तो वो कामना करेंगी कि कभी कोई खिलाड़ी देश के लिए मेडल न ले कर आये.
सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद
चोटी के यह पहलवान कई दिनों से दिल्ली के जंतर मंतर पर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरने पर बैठे हुए हैं. उनका आरोप है कि सिंह ने कई महिला पहलवानों का यौन शोषण कियाहै. दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सिंह के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज कर ली है लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
सरकार ने सिंह को बर्खास्त नहीं किया है और सिंह ने भी अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है. इस बीच सात महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट से एक बंद लिफाफे में एक हलफनामा दायर करने की इजाजत मांगी है जिसमें सिंह के खिलाफ आरोपों के बार में विस्तार से बताया जाएगा.