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अपराध

सैंटा क्लॉज की टोली ने तस्कर को कोकेन समेत दबोचा

१६ दिसम्बर २०२०

लोगों को लगा कि सैंटा क्लॉज आ रहा है, तोहफे ला रहा है. पूरा मोहल्ला एकदम बेफिक्र हो गया. लेकिन सैंटा क्लॉज की पोशाक में पुलिस थी जो छापा मारने पहुंची थी.

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सैंटा क्लॉजतस्वीर: DW/Euromaxx

दक्षिण अमेरिकी देश पेरू की राजधानी लीमा के एक इलाके में कुछ लोग नाचते गाते पहुंचे. टोली के कुछ सदस्य सैंटा क्लॉज बने थे और कुछ जादुई शख्सियतों जैसी पोशाकें पहने हुए थे. लोगों को लगा कि कोरोना महामारी के दौर में सैंटा क्लॉज उम्मीद जगाने आ रहा है. लेकिन थोड़ी ही देर बार सैंटा क्लॉज की पूरी टोली ने एक मकान को घेर लिया. इस दौरान रिकॉर्ड किए गए वीडियो में यह आवाज साफ दर्ज है, "हम पुलिस हैं, हम ग्रीन स्क्वाड हैं, ये एक एंटी ड्रग ऑपरेशन है."

इसके बाद दरवाजा नहीं खुला तो फिर पुलिस ने बड़े हथौड़े से दीवार में छेद कर दिया. मकान के भीतर पुलिस ने कोकेन की दर्जनों पुड़ियाएं और एक पिस्तौल बरामद की. मौके पर ही एक संदिग्ध ड्रग डीलर को भी गिफ्तार किया गया. अधिकारियों के मुताबिक वह एक स्कूल के पास ड्रग्स बेचता था.

ड्रग्स के खिलाफ पेरू की पुलिस की सफलता की दक्षिण अमेरिका में चर्चा होती है. बीते कुछ सालों से पुलिस ड्रग डीलरों को पकड़ने के लिए कई तरह की पोशाकों और नाटकों का इस्तेमाल कर रही है. पुलिस के मुताबिक भेष बदलने से ड्रग डीलरों और उनके लिए मुखबिरी करने वालों को गच्चा देने में सफलता मिली है.

पेरू के एंटी ड्रग स्क्वाड दस्ते के अधिकारी कर्नल फ्रेडी वेलास्क्वेज ने कहते हैं, "नतीजों से हम साफ देख सकते हैं कि बड़े पैमाने पर ड्रग्स बरामद हो रही है, इसमें गांजा और कोकेन पेस्ट की मात्रा सबसे ज्यादा है. काफी हथियार भी बरामद हुए हैं."

लैटिन अमेरिकी देशों में ड्रग्स एक बड़ी समस्या है. महाद्वीप के बड़े हिस्से में पैदा की जाने वाली ड्रग्स कोलंबिया के सहारे मेक्सिको पहुंचाई जाती है और फिर वहां से उसे जहाजों, नावों या दूसरे तरीकों से अमेरिका भेजा जाता है. एक अनुमान के मुताबिक मेक्सिको और कोलंबिया के ड्रग्स तस्कर हर साल 18 से 39 अरब डॉलर का गैरकानूनी कारोबार करते हैं. मेक्सिको ड्रग्स कारोबार से जुड़े गुटों के गैंगवार के लिए भी मशहूर है. मेक्सिको सरकार के आंकड़ों के मुताबिक ड्रग्स कारोबार के चलते हाल के बरसों में 61,000 से ज्यादा लोग लापता हैं और इससे भी ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं.

ओएसजे/एनआर (एएफपी)

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