यूएफओ की जांच करेगा अमेरिकी रक्षा मंत्रालय
२५ नवम्बर २०२१अमेरिका उड़न-तश्तरियों की गंभीर जांच करेगा. इसके लिए एक दल गठित किया जाएगा. रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार रात को यह ऐलान किया. यह ऐलान उस रिपोर्ट के बाद आया है जिसमें उड़न-तश्तरियों देखे जाने की घटनाओं का जिक्र था.
जून में आई इस रिपोर्ट में बताया गया था कि यूएफओ देखे जाने की 144 घटनाएं हुई हैं. इन्हें अनआइडेंटीफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट यानी उड़ने वालीं ऐसी चीजें कहा जाता है, जिनकी पहचान सुनिश्चित नहीं है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इन उड़न-तश्तरियों के बारे में किसी नतीजे पर पहुंचने के लिए समुचित जानकारी उपलब्ध नहीं है.
गंभीरता से होगी जांच
नए ग्रुप को एयरबॉर्न ऑब्जेक्ट आइडेंटीफिकेशन ऐंड मैनेजमेंट सिंक्रोनाइजेशन ग्रुप कहा जाएगा. यह गोपनीय जानकारियों जिम्मेदार उप रक्षा मंत्री, डाइरेक्टर ऑफ द जॉइंट स्टाफ और डाइरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस के तहत काम करेगा.
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उप रक्षा मंत्री कैथलीन हिक्स ने कहा कि उड़ती हुई अनजान चीजों का प्रतिबंधित वायु क्षेत्र में होना राष्ट्रीय सुरक्षा को एक खतरा है. उन्होंने बताया कि दल का काम होगा कि इन उड़ती हुई अनजान चीजों की पहचान सुनिश्चित करे और यदि इनसे किसी तरह का खतरा है तो उसे न्यूनतम करने के लिए कार्रवाई की जाए.
वैसे यूएफओ की जांच के लिए बनाया गया यह कोई पहला दल नहीं है. इससे पहले अमेरिकी नौसेना की एक टास्क फोर्स बनाई गई थी जिसे अनआइडेंटीफाइड एरियल फिनोमिना टास्क फोर्स (UAPTF) कहा गया था. नया दल उसी टास्क फोर्स की जगह लेगा.
क्यों पड़ी इस दल की जरूरत
पहले जून में रिपोर्ट का आना और अब इस दल का गठन अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के रुख में एक अहम बदलाव का संकेत भी है. अमेरिकी सेना दशकों तक इन दावों को नकारती रही है कि उड़न-तश्तरियों किसी तरह के विमान हैं जिनमें एलियन धरती पर आते हैं. लेकिन हाल के सालों में अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कुछ ऐसे वीडियो को सही माना या बताया है जिनमें उड़ने वालीं ऐसी आधुनिक चीजें दिखाई दीं, जिनकी तकनीक इन्सान की पहुंच से बाहर है.
2004 का एक मामला सबसे ज्यादा चर्चा में रहा है जबकि अमेरिकी नौसेना के लेफ्टिनेंट कमांडर एलेक्स डीट्रिच उन बहुत से पायलटों में शामिल थे जिन्होंने कैलिफॉर्निया के तट के पास एक अज्ञात विमान को देखा था. यह अज्ञात विमान उड़न-तश्तरी के आकार का ही था. जून में एक इंटरव्यू में डीट्रिच ने बताया था कि जो तशतरी नुमा विमान उन्होंने देखा था उसे देख कर यह समझ नहीं आया था कि उड़ कैसे रहा था.
जून में जो रिपोर्ट जारी की गई थी, उससे पहले रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा था कि वे इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं. हालांकि ऐसी कोई पुष्टि नहीं हो पाई है कि ये उड़न-तश्तरियों किसी और ग्रह से आए विमान हैं, लेकिन रक्षा मंत्रालय की प्रवक्ता सू गो ने जून में कहा था, "हम अपने वायु क्षेत्र में किसी भी चीज के आने को गंभीरता से लेते हैं फिर चाहे वह चीज ज्ञात हो या अज्ञात. और हम हरेक की जांच करते हैं.”
वीके/सीके (रॉयटर्स)