समुद्र का सबसे खतरनाक प्राणी ओरका, ऐसे करता है व्हेल का शिकार
ओरका समुद्र के अल्फा-प्रिडेटर हैं. अल्फा-प्रिडेटर का मतलब है, किसी ईकोसिस्टम के शिखर पर बैठा सर्वोच्च शिकारी. हाल ही में पता चला कि किस तरह ओरका, व्हेल शार्क का शिकार करते हैं. ये तरीका क्रूर और बेहद हैरान करने वाला है.
दुनिया की सबसे बड़ी मछली
व्हेल शार्क, दुनिया की सबसे विशालकाय मछली है. वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फाउंडेशन के मुताबिक, इसकी लंबाई 60 फीट तक हो सकती है और वजन करीब 11 टन. उनका पसंदीदा खाना है, प्लैंक्टन. ओरका, जिसे किलर व्हेल भी कहते हैं, आकार (23 से 32 फीट तक) और वजन (छह टन तक) दोनों में व्हेल शार्क से कहीं कम होते हैं.
जायगेंटिजम: जीवों का आकार और दबदबा
जीवों का विशालकाय आकार ईकोसिस्टम में उन्हें बाकी जीवों पर स्वाभाविक बढ़त देता है. बड़े से बड़े शिकारी के लिए अपने से कहीं बड़े जानवर का शिकार करना और उन्हें खाना बड़ी चुनौती बन जाता है. यह उनकी ऊर्जा भी निचोड़ देता है. लेकिन ओरका अलग हैं. आकार और भार में कहीं उन्नीस होकर भी वो व्हेल शार्क का शिकार करते हैं और उनका मांस भी खाते हैं. वो ऐसा कैसे कर पाते हैं, यह अब तक एक रहस्य था.
छह साल के दौरान हुए शिकारों की पड़ताल
'फ्रंटियर्स इन मरीन साइंस' नाम के जर्नल में छपे एक शोध से ओरका के शिकारी हुनर के हैरान करने वाले ब्योरे सामने आए हैं. शोधकर्ताओं ने 2018 से 2024 के बीच ओरकाओं के झुंड द्वारा किए गए कुछ शिकारों को दर्ज किया. शिकार की ये सभी घटनाएं कैलिफोर्निया की खाड़ी में हुईं. फिन और शरीर के निशान जैसी मार्किंग्स से ओरकाओं की पहचान की गई.
एकता की शक्ति
कई तस्वीरों और वीडियो की पड़ताल के बाद शोधकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे कि ऐसे मौकों पर ओरका झुंड बनाकर व्हेल शार्क का शिकार करते हैं. शोधकर्ताओं ने पाया कि उनके देखे मामलों में चार मौके ऐसे थे, जब ओरकाओं के एक झुंड ने व्हेल शार्क को घेरा और बड़ी चालाकी से वार करते हुए उसे बेबस कर दिया.
गैंग बनाकर शिकार करते हैं ओरका
व्हेल शार्क धीमी रफ्तार से तैरते हैं. ओरकाओं का झुंड गैंग बनाकर उसे घेरता है और धक्के मारता है. जब व्हेल शार्क का संतुलन बिगड़ जाता है, तो ओरका उसे पलट देते हैं. कुछ यूं कि समंदर के पानी में व्हेल शार्क का ऊपरी हिस्सा नीचे और पेट का भाग ऊपर चला आता है. ये मुकाबले का निर्णायक पल साबित होता है.
लाचार कर दिया जाता है व्हेल शार्क को
इस स्थिति में व्हेल शार्क बेबस हो जाते हैं. वो हिलडुल नहीं पाते, भाग नहीं पाते, पानी में नीचे नहीं जा पाते. व्हेल शार्क को इस हाल में लाने के बाद ओरका उसके पेट के निचले हिस्से पर वार करते हैं. उसे नोचते-खसोटते हैं. ढेर सारा खून बहने से व्हेल शार्क की मौत हो जाती है.
...फिर ओरका शिकार का लीवर खाते हैं
इसके बाद ओरका उसके अंग खाते हैं. उसका वसा से भरपूर लीवर चबा जाते हैं. इतना ही नहीं, यह भी पता चला कि शोधकर्ताओं ने एक वयस्क नर ओरका की पहचान की. इसे "मोकटेजूमा" नाम दिया गया है. झुंड बनाकर शिकार करने की जो चार घटनाएं दर्ज की गईं, उनमें से तीन में मोकटेजूमा शामिल था.
मुमकिन है, कोई खास शिकारी झुंड हो
चौथे शिकार में कुछ ऐसी मादा ओरका भी दिखीं, जो पहले भी मोकटेजूमा से साथ देखी गई थीं. शोधकर्ताओं के मुताबिक, मुमकिन है कि कैलिफोर्निया की खाड़ी में ओरकाओं का कोई खास झुंड हो, जो साथ मिलकर ऐसे बड़े शिकार करता हो. नैशनल जिओग्रैफिक के अनुसार भी यह झुंड विलक्षण हो सकता है क्योंकि दुनिया में कहीं और ओरकाओं द्वारा व्हेल शार्कों को इस तरह निशाना बनाए जाने की जानकारी नहीं है.