अंतर धार्मिक विवाह करने वालों की सुरक्षा पर सवाल
६ मई २०२२25 साल के बी नागराजू की हैदराबाद की एक चहल पहल वाली सड़क पर चार अप्रैल की शाम लोहे की रॉड से पीट पीट कर और चाकू घोंप कर हत्या कर दी गई थी. पांच अप्रैल की शाम हैदराबाद पुलिस ने बताया कि नागराजू के हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पुलिस के बयान के अनुसार विकाराबाद जिले के मारपल्ली गांव के रहने वाले नागराजू और 23 वर्षीय अशरिन सुल्ताना बचपन के साथी थे और पिछले पांच सालों से एक दूसरे से प्रेम करते थे.
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पुलिस को थी जानकारी
सुल्ताना का परिवार इस रिश्ते के खिलाफ था, जिस वजह से वह 30 जनवरी को अपने माता पिता का घर छोड़ कर निकल गईं और अगले ही दिन नागराजू से शादी कर ली.
इस वजह से सुल्ताना के भाई सईद मोबिन अहमद के मन में नागराजू के प्रति द्वेष पैदा हो गया था. पुलिस के मुताबिक अहमद तब से नागराजू पर हमला करने के मौके की तलाश में था. मुमकिन है कि नागराजू और सुल्ताना को इस खतरे का एहसास था.
मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि दोनों के कुछ दोस्तों ने उन्हें विकाराबाद के पुलिस अधीक्षक से मिलवाया था और उन्हें पूरे हालात की जानकारी दी थी. पुलिस ने सुल्ताना के परिवार को समझाया भी, जिसके बाद उनके माता और पिता ने उनकी जिंदगी में दखल न देने का वादा किया.
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लेकिन सुल्ताना और नागराजू को फिर भी सुल्ताना के परिवार से धमकियां मिलती रहीं जिसकी वजह से दोनों गांव छोड़ कर विशाखापट्टनम चले गए. फिर नागराजू को हैदराबाद में गाड़ियों के एक शोरूम में सेल्समैन की नौकरी मिल गई और दोनों गांव से करीब 100 किलोमीटर दूर हैदराबाद में जा कर रहने लगे.
सरेआम कर दी हत्या
अहमद ने धीरे धीरे हैदराबाद में उनका पता खोज निकाला और उनका पीछा करने लगा. चार अप्रैल को उसने मौका पाकर अपने एक साथी मोहम्मद मसूद अहमद के साथ मिल कर हैदराबाद में नागराजू पर हमला कर दिया और उसकी हत्या कर दी.
सोशल मीडिया पर मौजूद इस हमले के वीडियो में भीड़ भाड़ वाली सड़क के बीचोंबीच अहमद नागराजू मारते हुए नजर आ रहे हैं. सुल्ताना नागराजू को बचाने की असफल कोशिश भी करती नजर आ रही हैं.
सुल्ताना ने पत्रकारों को बताया कि वो इस बात से भी स्तब्ध हैं कि सरेआम उनके पति की हत्या कर दी गई और वहां मौजूद लोगों में से कोई भी उन्हें बचाने के लिए आगे नहीं आया. एक वीडियो में बाद में कुछ लोग अहमद के पीछे दौड़ते हुए नजर आते हैं.
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पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपित व्यक्ति वहां से भागने में सफल हो गए थे लेकिन कुछ घंटों बाद पुलिस ने उन्हें ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से हत्या के लिए इस्तेमाल की गई लोहे की रॉड और चाकू भी बरामद किए गए.
इस मामले से अंतर धार्मिक विवाह करने वालों की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े हो गए हैं. इस मामले में तो पुलिस को दंपत्ति पर खतरे की जानकारी भी थी, फिर भी नागराजू की हत्या हो गई.