अमेरिका में 24 घंटे में 2 हजार लोगों की मौत
८ अप्रैल २०२०अमेरिका के न्यू यॉर्क शहर का कोरोना वायरस की वजह से सबसे बुरा हाल है. यहां इस महामारी ने अब तक 4009 लोगों की जान ले ली है और यह संख्या लगातार बढ़ रही है. कोरोना वायरस से मरने वालों की तुलना 11 सितंबर 2001 को शहर में हुए आतंकी हमलों में मारे गए लोगों से भी कहीं अधिक है. वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए आतंकी हमले में 2,753 लोग मारे गए थे. अमेरिकी धरती पर हुए सबसे खतरनाक आतंकी हमलों में कुल 2,977 लोगों की मौत हुई थी. आतंकियों ने विमानों को हाईजैक कर न्यू यॉर्क, पेंटागन और पेनसिल्वेनिया में हमला किया था. इन आतंकी हमलों की तुलना में कोरोना वायरस से सिर्फ न्यू यॉर्क शहर में एक हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है. यानि आतंकी हमलों में जहां देश भर में कुल 2,977 लोगों की मौत हुई थी वहीं सिर्फ न्यू यॉर्क में इस घातक बीमारी से अब तक 4009 लोगों की जान चली गई है.
मंगलवार 7 अप्रैल को न्यू यॉर्क में 731 लोगों की मौत दर्ज की गई, जो कि एक दिन में सबसे तेज उछाल है. न्यू यॉर्क के गवर्नर एंड्र्यू कुओमो ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने कहा, "न्यू यॉर्क के लोगों के लिए आज फिर दुख भरा दिन." हालांकि उन्होंने कहा है कि अस्पताल में भर्ती होने वाले नए मरीजों की संख्या में कमी आई है. उन्होंने कहा है कि सोशल डिस्टैंसिंग का असर भी सकारात्मक रहा है. पूरे अमेरिका की बात की जाए तो कोरोना वायरस की वजह से मौत का आंकड़ा 13,000 के करीब पहुंच गया और देश में 4,00,000 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है.
डब्ल्यूएचओ से नाराज ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर अपनी नाराजगी जाहिर करते कहा है कि वे इसकी फंडिंग पर रोक लगा रहे हैं. ट्रंप ने डब्ल्यूएचओ पर कोरोना वायरस के हर पहलू को छिपाने और चीन-केंद्रित होने का आरोप लगाया. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में अपने नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हम डब्ल्यूएचओ पर खर्च की जाने वाली राशि पर रोक लगाने जा रहे हैं. हम इस पर बहुत प्रभावशाली रोक लगाएंगे.''
दरअसल डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस को लेकर कुछ तथ्यों पर चीन की तारीफ की थी. इसी वजह से ट्रंप फंडिंग पर रोक लगाने की बात कर रहे हैं. ट्रंप ने आगे कहा, "उनको मिलने वाले वित्त पोषण का अधिकांश या सबसे बड़ा हिस्सा हम उन्हें देते हैं. जब मैंने यात्रा प्रतिबंध लगाया था तो वह उससे सहमत नहीं थे और उन्होंने उसकी आलोचना की थी. वे गलत थे. वे कई चीजों के बारे में गलत रहे हैं. उनके पास पहले ही काफी जानकारी थी और वे काफी हद तक चीन-केंद्रित लग रहे हैं.''
डब्ल्यूएचओ के चीन-केंद्रित होने के ट्रंप के आरोप पर संगठन ने अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालांकि ट्रंप की पहले ही कोरोना वायरस के प्रकोप को कम आंकने पर आलोचना हो चुकी है.
एए/सीके (रॉयटर्स, एएफपी)
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