उत्तर कोरिया पर बैलिस्टिक मिसाइल दागने का आरोप
५ जनवरी २०२२दक्षिण कोरिया और जापान की सेना का दावा है कि उत्तर कोरिया ने बुधवार को समुद्र में एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल दागी है. इन दोनों देशों की सेनाओं ने कहा कि बीते दो महीने में यह सार्वजनिक तौर पर हथियार दागने की पहली घटना है. उनके अनुसार, उत्तर कोरिया यह दिखाना चाहता है कि वह अभी परमाणु-मुक्त होने की वार्ता में शामिल होने का इच्छुक नहीं है और वह हथियारों को बढ़ाना जारी रखेगा.
सुबह आठ बजे यह मिसाइल दागे जाने के कुछ ही घंटों बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन एक रेलवे लाइन के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल हुए. इस रेलवे प्रोजेक्ट को लेकर मून ने उम्मीद जताई थी कि यह कोरियाई प्रायद्वीपों के बीच शांति और स्थिरता लाने वाला साबित हो सकता है.
वहीं उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग उन ने पिछले सप्ताह सत्ताधारी पार्टी की एक हाई-प्रोफाइल बैठक में यह एलान किया था कि वह देश की सैन्य क्षमता को मजबूत बनाने का प्रयास करते रहेंगे. हालांकि, इस बैठक में उन्होंने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के प्रति अपनी नई नीतियों के बारे में कुछ नहीं बताया था.
मिसाइल पर किसने क्या कहा?
दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने एक बयान जारी करके बताया कि बुधवार सुबह उत्तर कोरिया ने पूर्वी जलक्षेत्र की ओर एक संदिग्ध बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी. बयान में यह भी कहा गया कि दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया अधिकारी इस लॉन्च के बारे में और जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहे हैं.
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भवन के मुताबिक राष्ट्रपति की सुरक्षा टीम ने एक आपात वीडियो कॉन्फ्रेंस में मिसाइल लॉन्च पर चिंता जताते हुए कहा कि तनाव घटाने के लिए उत्तर कोरिया के साथ वार्ता दोबारा शुरू करना जरूरी है. जापानी प्रधानमंत्री और रक्षामंत्री ने भी उत्तर कोरिया की ओर से मिसाइल दागे जाने की बात कही है.
शिलान्यास कार्यक्रम में पहुंचे राष्ट्रपति मून ने भी मिसाइल जाने की बात स्वीकार करते हुए इससे कोरियाई देशों के बीच रिश्तों को नुकसान पहुंचने का जिक्र किया. उन्होंने उत्तर कोरिया से बातचीत के लिए गंभीर प्रयास करने की अपील करते हुए कहा कि साझा प्रयासों से शांति फिर स्थापित की जा सकती है.
दक्षिण कोरिया में चुनाव भी चर्चा में
दक्षिण कोरिया में मार्च में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव भी चर्चा में हैं. देश के मौजूदा राष्ट्रपति मून जे इन संवैधानिक कारणों से इस बार दावेदारी पेश नहीं कर पाएंगे. सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी ने ग्यॉन्गी के पूर्व गवर्नर ली जे म्यूंग को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी पीपल पावर पार्टी ने पूर्व महाभियोजक यून सोक यूल को उम्मीदवार घोषित किया है.
हालांकि, देश में बीते कुछ हफ्तों से दिखाए जा रहे ओपिनियन पोल्स में म्यूंग के मुकाबले यूल काफी पिछड़ते दिख रहे हैं. यहां तक कि यून ने अपनी प्रचार टीम को भंग कर दिया और कहा कि उन्हें नई छवि के साथ जनता के बीच आने के लिए कुछ समय चाहिए.
सत्ताधारी पार्टी के उम्मीदवार म्यूंग ने अपने चुनाव प्रचार में उत्तर कोरियाई खतरे से निपटने के लिए अमेरिका से परमाणु पनडुब्बियों पर समझौता करने की बात कही है. अपने प्रचार में उन्होंने क्रिप्टोकरंसी को लेकर भी उत्साहजनक बातें कही हैं.
वीएस/आरपी (रॉयटर्स, एपी)