ईरान ने इस्राएल पर दागे 200 मिसाइल, गहरा सकता है संकट
२ अक्टूबर २०२४अरब-इस्राएल विवाद बीती रात (1 अक्टूबर) को तब और तीव्र हो गया, जब ईरान ने इस्राएल पर करीब 200 मिसाइल दागे. इस्राएल की सेना ने इस बात की पुष्टि की है. ईरान का कहना है कि यह जवाबी कार्रवाई थी क्योंकि इस्राएल ने हिजबुल्लाह और हमास के नेताओं की हत्या की थी. हिजबुल्लाह और हमास घोषित आतंकवादी संगठन हैं.
इससे पहले 1 अक्टूबर को ही इस्राएली सेना ने दक्षिणी लेबनान में 'सीमित' जमीनी हमले किए जाने की पुष्टि की. हालांकि, हिजबुल्लाह ने इस बात से इनकार किया कि इस्राएली सेना लेबनान में दाखिल हुई थी. उधर सीरिया ने बताया कि दमिश्क में एक इस्राएली हमले में कई लोगों की मौत हो गई.
समाचार एजेंसियों के अनुसार, इस्राएल के जमीनी हमले के बीच हिज्बुल्लाह भी उत्तरी इस्राएल पर हमले कर रहा है. इस्राएली सेना ने बताया कि सीमा पर बसे मेतुला और अविविम नाम के शहरों के आसपास कई मिसाइल हमले किए गए. कुछ मिसाइलों को इस्राएली डिफेंस सिस्टम ने नष्ट कर दिया और कुछ मिसाइल खुले इलाके में गिरे.
सबसे आधुनिक मिसाइलें
डीडब्ल्यू ने लंदन स्थित 'इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्ट्डीज' के सैन्य विशेषज्ञ फाबियन हिंत्स से ताजा ईरानी हमले के बारे में बात की. उन्होंने कहा कि यह हमला अप्रैल के हमले से अलग था.
हिंत्स ने कहा, "जो हमने देखा, वह एक बड़ा ईरानी हमला था. वीडियो में दिखाया गया है कि बैलिस्टिक मिसाइलों के कुछ हिस्सों को नहीं मार गिराया जा सका. समय के साथ ही पता चल पाएगा कि कितना नुकसान हुआ है.
हिंत्स ने यह भी कहा कि 1 अक्टूबर को हुए हमले का पैमाना अप्रैल में हुए पिछले हमले से बड़ा था. उन्होंने कहा, "दागे गए मिसाइलों के बचे हुए हिस्सों की तस्वीरों में अधिकतर खैबरशेकन या फत्ताह थे. ये इस रेंज में ईरान के सबसे आधुनिक मिसाइल हैं."
अप्रैल में बैलिस्टिक मिसाइलों के बजाय, ईरान ने मुख्य रूप से क्रूज मिसाइलें और धीमी गति वाले लंबे दूरी के ड्रोन का इस्तेमाल किया था.
हिंत्स ने डीडब्ल्यू को बताया, "इस बार उन्होंने संभवतः हमले के बारे में अग्रिम चेतावनी को कम करने और तैयारी की क्षमता को घटाने की कोशिश की."
क्षेत्रीय सुरक्षा को लेकर चिंतित ईयू
यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रवक्ता पीटर स्टानो ने ब्रसेल्स में मीडिया को बताया कि ईयू "तनाव कम करने और एक खतरनाक क्षेत्रीय युद्ध को टालने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है."
स्टानो ने कहा, "यूरोपीय संघ इस्राएल के खिलाफ ईरान के बैलिस्टिक मिसाइलों के हमलों की कड़ी निंदा करता है, जो क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं. यूरोपीय संघ इस्राएल की सुरक्षा और पूरे मध्य पूर्व की स्थिरता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराता है."
उन्होंने यह भी कहा कि ईयू "सभी संबंधित पक्षों के साथ निकट संपर्क में है और तनाव कम करने के लिए प्रयास जारी रखेगा." स्टानो ने कहा, "हमलों और प्रतिशोधों की लगातार लहरें एक बेकाबू संघर्ष को बढ़ावा दे रही हैं."
अमेरिका ने दी 'गंभीर परिणामों' की चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि हमला बहुत ज्यादा प्रभावी नहीं लग रहा था. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "इस वक्त हमारे पास जो जानकारी है, उसके आधार पर यह हमला विफल और अप्रभावी रहा है."
इसके बावजूद, उन्होंने इसे "महत्वपूर्ण वृद्धि" करार दिया. उन्होंने कहा, "हमने स्पष्ट कर दिया है कि इस हमले के गंभीर परिणाम होंगे और हम यह सुनिश्चित करने के लिए इस्राएल के साथ काम करेंगे." हालांकि, उन्होंने इस पर ज्यादा विस्तार से बात नहीं की.
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