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एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में एक ही परिवार के लोग

१६ अक्टूबर २०१९

महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में कहीं चाचा भतीजा आमने-सामने मैदान में हैं तो कहीं भाई-बहन. चुनावी बिसात पर एक-दूसरे को मात देने की कोशिश में जुटे इन परिवारों के सदस्यों की किस्मत का फैसला 24 अक्टूबर को होगा.

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Indien BJP Politiker Nitin Gadkari
तस्वीर: Ians

महाराष्ट्र में चुनाव लड़ रहे कई प्रमुख उम्मीदवारों के बीच खून का रिश्ता है या वह एक ही परिवार से आते हैं. मगर उनके राजनीतिक विचार अलग-अलग हैं. ये उम्मीदवार 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में अलग-अलग पार्टियों से एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं. अतीत में कई मौकों पर देखा गया है कि ऐसे उम्मीदवारों द्वारा अपने रिश्तेदारों के खिलाफ किए गए अभियान काफी आक्रामक रहे हैं. हालांकि कई दावा करते हैं कि दुश्मनी केवल सार्वजनिक राजनीतिक क्षेत्र तक सीमित है, अन्यथा उनके पारिवारिक संबंध निजी तौर पर एकदम सामान्य हैं.

इस तरह से चुनाव लड़ रहे सबसे हाई प्रोफाइल मुंडे परिवार है. इस परिवार के दो सदस्य बीड में एक-दूसरे के आमने-सामने हैं. यह क्षेत्र पूर्व केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे का गढ़ है. उनकी बेटी और महाराष्ट्र सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री पंकजा मुंडे परली सीट से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में हैं. पंकजा के मुकाबले उनके चचेरे भाई विधान परिषद में विपक्ष के नेता एमएलसी धनंजय मुंडे हैं. वह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के उम्मीदवार हैं. 2014 के चुनाव में पंकजा धनंजय को हरा चुकी हैं.

Indien Maharashtra Ministerpräsident Devendra Fadnavis
देवेंद्र फणनवीस को दूसरा मौका मिलेगा या नहीं?तस्वीर: P. Paranjpe/AFP/Getty Images

दूसरी सीट बीड जिले की बीड विधानसभा क्षेत्र है. यहां चाचा-भतीजा एक-दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे हैं. इस सीट से जयदत्त क्षीरसागर अपने भतीजे संदीप क्षीरसागर के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. गेवराई (बीड) में भी एक पंडित परिवार से संबंध रखने वाले चाचा-भतीजा एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं. राकांपा ने अमरसिंह पंडित को मैदान में उतारा है, जबकि उनके चाचा बादामराव पंडित निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे ही लातूर की निलंगा सीट पर भी एक ही परिवार के सदस्य एक कठिन लड़ाई लड़ रहे हैं. यहां पूर्व मुख्यमंत्री शिवाजीराव निलंगेकर पाटिल के बेटे अशोक निलंगेकर पाटिल कांग्रेस के टिकट पर अपने भतीजे एवं महाराष्ट्र सरकार में राज्य मंत्री संभाजीराव निलंगेकर पाटिल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं. संभाजीराव भाजपा उम्मीदवार हैं.

इसके साथ ही नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले में राकांपा के धर्मराव बाबा अत्रम और उनके भतीजे एवं मंत्री अंबरीशराव अत्रम (भाजपा) के बीच चुनावी लड़ाई है. पुसद (यवतमाल) में दिवंगत वसंतराव नाईक के पोते इंद्रनील नाईक कांग्रेस की ओर से चुनावी मैदान में हैं जबकि उनके भतीजे निलय नाईक भाजपा की ओर से चुनाव मैदान में हैं.

इसके विपरीत एक परिवार ऐसा भी है जिसके दो सदस्य एक ही पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं. महाराष्ट्र के लातूर जिले में पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के दो बेटे अमित और धीरज कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. दोनों भाइयों की विधानसभा सीटें एक-दूसरे के आसपास हैं. लातूर शहर विधानसभा से जहां अमित मैदान में हैं. वहीं, उनके भाई धीरज लातूर ग्रामीण सीट से पहली बार चुनावी दंगल में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. दोनों नेता बॉलीवुड अभिनेता रितेश देशमुख के भाई हैं. रितेश अपने भाइयों के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं.

आरएस/एमजे (आईएएनएस)

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