बहुत बेआबरू होकर विदा हुए लियोनेल मेसी
२७ जून २०१६अर्जेन्टीना के फॉर्वर्ड और इस वक्त के महान फुटबॉलरों में से एक लियोनेल मेसी ने अपने जूते खूंटी पर टांग दिए हैं. लेकिन ये जूते वह अपने क्लब बार्सिलोना के लिए खेलने के वास्ते उतार लेंगे. उन्होंने बस अंतरराष्ट्रीय करियर को विदा कहा है. यानी अब वह अपने देश अर्जन्टीना के लिए नहीं खेलेंगे.
महान मेसी अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से बहुत बेआबरू होकर निकले हैं. वह रविवार की रात खेले गए कोपा अमेरिका यानी अमेरिकन कप के फाइनल में एक पेनल्टी स्कोर करने से चूक गए. इसके बाद उनकी टीम फाइनल में चिली के हाथों हार गई. यह तीसरा ऐसा मौका था जब मेसी अपनी टीम को एक बड़े मुकाबले में जीत नहीं दिला सके. इसका गम मैच के बाद उनके चेहरे पर साफ देखा जा सकता था, जब उन्होंने कहा कि अब वह अंतरराष्ट्रीय टीम के लिए नहीं खेलेंगे. 29 साल के मेसी ने कहा, "मेरे लिए अंतरराष्ट्रीय टीम अब खत्म हो गई है. मैं जो करत सकता था कर चुका हूं. चैंपियन न होना दुखता है." 2007 में जब अर्जेन्टीना कोपा अमेरिका के फाइनल में पहुंच कर ब्राजील से हारा था तब भी मेसी टीम में थे.
2014 में मेसी की टीम फुटबॉल वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची थी लेकिन जीत नहीं पाई थी. जर्मनी ने उसे 1-0 से हराकर वर्ल्ड कप जीता था. 2015 में अर्जेन्टीना चिली से कोपा अमेरिका में ठीक इसी तरह हारा था, जैसे इस साल हारा है. फुटबॉल क्लब बार्सिलोना के लिए मेसी ने 8 ला लीगा (स्पेनिश फुटबॉल क्लब लीग) और चार चैंपियंस लीग (यूरोपीय फुटबॉल क्लब लीग) जीती हैं. लेकिन अपने देश के लिए बड़ी जीत याद करने के नाम पर उनके पास बस 2008 का ओलंपिक गोल्ड ही है.
रविवार को फाइनल मुकाबला बेहद कड़ा था. 90 मिनट के खेल और उसके बाद 30 मिनट के एक्स्ट्रा टाइम के बाद भी दोनों टीमें गोल करने में नाकाम रही थीं. उसके बाद फैसला पेनल्टी शूटआउट से होना था. चिली की पहली किक को अर्जेन्टीना के गोली सेर्गई रोमेरो ने बचा ली. इसके बाद अर्जन्टीना के पाले में जोश था. 1-0 से आगे होने का आत्मविश्वास लेकर मेसी ने पेनल्टी मारने उतरे. लेकिन गेंद लहराती हुई गोल पोस्ट के बाहर निकल गई. देश के लिए पहली ही किक मेसी को मिली थी और वह गोल नहीं कर पाए. इस तरह उनकी टीम तीसरी बार एक कप जीतने से चूक गई. और मेसी के लिए अंतरराष्ट्रीय करियर को विदा कहने का वक्त आ गया.
वीके/ओएसजे (एपी, रॉयटर्स)