चुनावी वादे... जरा हट कर
चुनाव चाहे लोकसभा के हों या विधानसभा के, राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ते. मतदाताओं को रिझाने के लिए ये दल एक से बढ़कर एक वादे करते हैं. पेश हैं ऐसे ही कुछ चुनावी वादे जो हैं जरा हट कर...
पेट्रोल मुफ्त
बिजली, पानी को मुफ्त दिए जाने के बाद अब बारी पेट्रोल की है, गोवा में कांग्रेस ने 2017 विधानसभा चुनावों के मद्देनजर स्टूडेंट्स को प्रति माह 5 लीटर मुफ्त पेट्रोल देने का वादा किया.
घी और मिल्क पाउडर
समाजवादी पार्टी ने भी 2017 के विधानसभा चुनावों में कुपोषित बच्चों को घी और मिल्क पाउडर के पैकेट देने का वादा किया.
25 रुपये किलो घी
भाजपा ने पंजाब के लिए 2017 के चुनावी घोषणापत्र में राज्य के गरीब तबके को 25 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से 2 किलो घी, और 10 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से 5 किलो शक्कर का वादा किया.
वाई फाई
आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब में वादा किया कि गांवों और शहरों में फ्री वाई-फाई सुविधा देगी. ऐसा ही वादा आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में भी किया था.
ड्रग डीलर को जेल
आम आदमी पार्टी ने पंजाब की जनता से ऐसे कानून का वादा किया जिसके तहत ड्रग डीलरों के लिए मरते दम तक कारावास सुनिश्चित किया जा सके.
भारत का नया नाम
साल 2014 के आम चुनावों के दौरान भाजपा के सहयोगी दल रहे एमडीएमके ने देश के संघीय ढांचे को मजबूत करने के लिए भारत का नाम बदलकर इसे संयुक्त राज्य भारत (यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ इंडिया) नाम देने का वादा किया था.
शराब का राष्ट्रीयकरण
2014 के लोकसभा चुनाव में आंध्र प्रदेश की एक पार्टी ने शराब की बिक्री के राष्ट्रीयकरण और शराब दुकानों की संख्या सीमित करने का वादा किया था.