भारत: क्विक कॉमर्स बाजार 3 साल में 5.5 अरब डॉलर का होगा
३ मार्च २०२२भारत में 10-15 मिनट के भीतर किराना सामान घर तक पहुंचाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है. इस सुविधा का लाभ हर कोई उठा रहा है. यही वजह है कि भारत में क्विक कॉमर्स वाणिज्य बाजार 2025 तक 15 गुना वृद्धि के साथ 5.5 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है. गुरुवार को जारी एक नई रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है.
देश में किराना बाजार 600 अरब डॉलर का है और उसका हिस्सा पाने के लिए तेज मुकाबला चल रहा है. अमेजॉन, वॉलमार्ट के फ्लिपकार्ट और मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस के बीच इस बाजार पर कब्जे की होड़ लगी है.
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मार्केट रिसर्च कंपनी रेडसीअर के मुताबिक, "भारत में क्विक कॉमर्स के लिए कुल पता योग्य बाजार 45 अरब डॉलर का है और शहरी क्षेत्र इस बाजार को मध्यम-उच्च आय वाले परिवारों की पीठ पर चला रहे हैं. रेडसीर के एंगेजमेंट मैनेजर अभिषेक गुप्ता कहते हैं भारत ने तेजी से वाणिज्य अपनाने के लिए एक अच्छी तरह से तैनात बाजार की नींव रखी है. बढ़ती ऑनलाइन आबादी और स्टोर में खरीदारी पर ऑनलाइन खरीदारी की बढ़ती प्राथमिकता इस बाजार को तेजी से बढ़ने में सक्षम बना रही है.
इस क्षेत्र में कई और स्टार्टअप कंपनियां भी बाजार में कदम रख रही हैं. जैसे कि ब्लिंकिट और जेप्टो ने नई दुकानें खोलना शुरू कर दिया है और बड़ी संख्या में भर्ती की है. ये दोनों ही कंपनियां दस मिनट में डिलीवरी का वादा कर रही हैं.
क्विक कॉमर्स मौलिक रूप से उपभोक्ता खरीद व्यवहार और किराना खुदरा बाजार को तेजी से वितरण विकल्प (कम से कम 10 मिनट में) प्रदान करके और साथ ही अधिक सुविधा-संचालित खरीदारी अनुभव प्रदान कर रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है, क्विक कॉमर्स अपने ग्राहकों की गुप्त जरूरतों को इस तरह से संतुष्ट कर रहा है जैसे पारंपरिक वाणिज्य कभी नहीं कर सकता. यह लोगों को ठीक वही देता है जो वे चाहते हैं, जब वे इसे चाहते हैं, उन्हें डिलीवरी के लिए दिनों या हफ्तों तक इंतजार नहीं करना पड़ता है. जियोमार्ट ने मचाई उथल-पुथल, लाखों की रोजी-रोटी संकट में
रिपोर्ट में कहा गया है कि क्विक कॉमर्स की सुविधा और स्पीड एक प्रमुख कारण है कि ग्राहक इसे क्यों पसंद करते हैं और यह खंड सिर्फ ऊपर की ओर ही क्यों चढ़ता है. पिछले दो सालों में शहरी क्षेत्रों में क्विक कॉमर्स ने एक महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है, जिसमें प्रमुख शहरों जैसे कि बेंगलुरु, चेन्नई और दिल्ली ने अधिकांश पेशकशों का आनंद लिया है.
एए/वीके (रॉयटर्स)