सीमा-विवाद के बीच, भारत चीन को दे सकता है दवाएं
२३ दिसम्बर २०२२चीन ने जब हाल ही में कोविड-19 की रोकथाम से जुड़े कड़े प्रतिबंधों में ढील दी तो उसके बाद देश में बुखार की दवाओं और जांच किट की मांग में अचानक उछाल आ गया. इसकी वजह से दुकानों ने ग्राहकों द्वारा खरीद पर सीमाएं लगा दीं. दवा बनाने वाली कंपनियों ने उत्पादन भी बढ़ा दिया, लेकिन अभी भी मांग और आपूर्ति के बीच काफी अंतर है.
इस बीच खबरें आ रही हैं कि चीन में दवाओं के आयातक मदद के लिए भारत की तरफ देख रहे हैं. दुनिया में दवाएं बनाने वाले सबसे बड़े देशों में से एक होने के नाते भारत भी मदद के लिए तैयार नजर आ रहा है.
भारत से दवाओं का निर्यात करने वाली एक संस्था के अध्यक्ष ने कहा है कि भारत बुखार की दवाओं के निर्यात को बढ़ाने के लिए तैयार है.
मदद के लिए तैयार भारत
फार्मास्यूटिकल्स एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (फार्मेक्सिल) के अध्यक्ष साहिल मुंजाल ने रॉयटर्स को बताया, "दवा बनाने वाली कंपनियों के पास मार्केटिंग से जुड़े सवाल आ रहे हैं और इबुप्रोफेन और पैरासिटामोल के दाम मंगाए जा रहे हैं."
मुंजाल ने यह भी बताया, "चीन में इस समय इबुप्रोफेन और पैरासिटामोल की कमी हो गई है, उनकी मांग बढ़ गई है." नई दिल्ली में चीन के दूतावास ने इस बारे में ईमेल के जरिए किए गए टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया था."
भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि देश चीन की मदद करने के लिए तैयार है. मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पत्रकारों को बताया, "हम चीन में कोविड की स्थिति पर नजर रख रहे हैं. दुनिया की फार्मेसी होने के नाते हमने हमेशा दूसरे देशों की मदद की है."
फार्मेक्सिल की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक भारत ने 2021/22 में जितना सामान निर्यात किया उसमें चीन को निर्यात की गई दवाओं की हिस्सेदारी सिर्फ 1.4 प्रतिशत थी. पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 की एक और लहर की आशंका की वजह से भारतीय दवा कंपनियों के शेयरों के दाम बढ़ गए हैं.
भारत में कोविड को लेकर चिंताएं
इस बीच चीन में कोविड की स्थिति को लेकर भारत में एकसंभावित नई लहरसे लड़ने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की हवाई अड्डे पर ही रैंडम टेस्टिंग की जा रही है. सरकार ने एक बार फिर मास्क पहनने और भीड़ भाड़ वाली जगहों से बचने जैसे कदमों को अपनाने की सलाह दी है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि अगले सप्ताह पूरे देश में कई अस्पतालों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा की जाएगी. इस बीच एक नई वैक्सीन को भी स्वीकृति दे दी है.
भारत बायोटेक की इस वैक्सीन की बूंदों को नाक के जरिए लिया जा सकेगा. यह निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी लेकिन इसे लेने के लिए कोविन पर बुकिंग की जा सकेगी.
(रॉयटर्स से जानकारी के साथ)