गजा: फोन की मरम्मत के लिए महिलाओं को महिलाओं की तलाश
३ जुलाई २०२३गजा पट्टी में रहने वाली वला हम्माद अपने घर पर बैठे बैठे मोबाइल फोनों की मरम्मत करती हैं, लेकिन उनके काम के साथ एक खास बात जुड़ी है. हम्माद से विशेष रूप से वो महिलाएं अपने फोन ठीक कराने आ रही हैं जिन्हें मरम्मत करने वाले पुरुषों को अपना फोन सौंपने में डर लगता है, क्योंकि उसमें उनकी तस्वीरें और सोशल मीडिया अकाउंट हैं.
हम्माद ने अपना काम 'अमजाद फॉर कम्युनिटी क्रिएटिविटी एंड डेवलपमेंट' नाम के एक गैर-सरकारी संगठन की मदद से शुरू किया है. इस संगठन का लक्ष्य है वर्कशॉप और दूसरे आयोजनों के जरिये बेरोजगार ग्रेजुएट महिलाओं का सशक्तिकरण कराना और नौकरी ढूंढने में उनकी मदद करना.
प्राइवेसी को लेकर चिंता
गजा पट्टी में आधी से ज्यादा आबादी बेरोजगार है और ऐसे में विशेष रूप से महिलाओं के लिए आर्थिक मौके मुश्किल से ही सामने आते हैं. लेकिन कभी कभी महिला होना फायदेमंद साबित हो जाता है. हम्माद कहती हैं, "महिलाओं के लिए यहां आकर अपने मोबाइल फोनों की मरम्मत करवाने में प्राइवेसी है." वो यह भी कहती हैं कि पुरुष भी आ सकते हैं और उनसे उनकी पत्नियों और बहनों के फोन ठीक करवा सकते हैं.
गजा की जमीनी और समुद्री सीमाओं पर इस्राएल का कड़ा नियंत्रण है जिसकी वजह वो हमस से जुड़ी सुरक्षा संबंधी चिंताओं को बताता है. इसके अलावा मिस्र भी अपनी सीमा पर गजा से होने वाली आवाजाही पर नियंत्रण रखता है. इन प्रतिबंधों ने गजा की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है और हम्माद जैसी उसकी कई महिलाओं को कॉलेज से ग्रेजुएट करने के बाद काम ढूंढने के संघर्ष में लगा दिया है.
गजा की महिलाओं की चुनौतियों को रेखांकित करते हुए हम्माद की मदद करने वाले गैर सरकारी संगठन ने कहा कि उसने शुरू में 10 महिलाओं को प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव रखा था. लेकिन संगठन यह देख कर चकित रह गया कि करीब 1,600 महिलाओं ने मदद के लिए आवेदन दिया है.
हम्माद की पड़ोसन, वफा अबु एल-हनूद, उनकी पहली ग्राहकों में से थीं. एल-हनूद कहती हैं, "आप इस बात को लेकर निश्चिन्त नहीं हो सकते हैं कि कोई पुरुष फोन को खोलेगा नहीं और उसमें तस्वीरों और चैट को देखेगा नहीं. लेकिन एक महिला से दूसरी महिला की बात करूं, तो यह सुरक्षित है.
सीके/एए (रॉयटर्स)