दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश: अमेरिका पहले स्थान पर, भूटान सबसे नीचे
थिंकटैंक ग्लोबल फायर पावर ने 2025 के लिए 145 देशों की मिलिट्री पावर रैंकिंग जारी की है. इसमें भारत चौथे नंबर पर है. इस रैंकिंग के लिए 60 कारकों को आधार बना कर आकलन किया जाता है.
मिलिट्री पावर रैंकिंग
अमेरिका ने सबसे कम पावर इंडेक्स (0.0744) के साथ पहला स्थान हासिल किया है, जो इसकी वैश्विक ताकत और प्रभाव को दिखाता है. भूटान इस सूची में 145वें स्थान पर है, जिसका पावर इंडेक्स 6.3934 है, जो सैन्य आधार पर इसे सबसे कम प्रभावशाली देश बनाता है.
क्या है पावर इंडेक्स
ग्लोबल फायर पावर नाम की संस्था हर साल यह रैंकिंग जारी करती है. इसके तहत जितने कम अंक हैं, उसकी ताकत उतनी ज्यादा है. रैंक नीचे जाने पर पावर इंडेक्स बढ़ता है, जो घटती ताकत को दर्शाता है.
भौगोलिक स्थिति का विश्लेषण
इस रैंकिंग के तहत अमेरिका के बाद रूस, चीन, भारत और फिर दक्षिण कोरिया का नंबर है. भारत एक उभरती ताकत है, जिसका क्षेत्रीय प्रभाव में मजबूत है. यूरोप का प्रतिनिधित्व ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी कर रहे हैं. ये तीनों देश टॉप 15 में हैं.
कई देश ज्यादा मजबूत हुए
वेनेजुएला, कजाकिस्तान और जॉर्डन जैसे देशों के पावर इंडेक्स में सुधार हुआ है. पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और यूक्रेन जैसे देशों में रैंकिंग गिरी है. पाकिस्तान अब 12वें नंबर पर आ गया है.
क्षेत्रीय प्रदर्शन
एशिया में चीन, भारत, दक्षिण कोरिया और जापान सबसे ऊपर हैं. यूरोप में ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जैसे पारंपरिक शक्तिशाली देश, सूची में मजबूत स्थिति बनाए हुए हैं. अफ्रीका में मिस्र (19) और नाइजीरिया (31) महाद्वीप में सबसे ताकतवर हैं, लेकिन वैश्विक रैंकिंग में पीछे हैं. दक्षिण अमेरिका में ब्राजील (11) क्षेत्र में सबसे ज्यादा ताकतवर है.
महत्वपूर्ण बदलाव
कजाखस्तान (57) और जॉर्डन (75) जैसे देशों ने बड़ा सुधार दिखाया है. अस्थिरता से प्रभावित क्षेत्रों जैसे यूक्रेन, पाकिस्तान और वेनेजुएला की रैंकिंग नीचे गई है.