बिजनेस में भरोसा, भारत दूसरे नंबर पर पहुंचा
एडलमान ट्रस्ट बैरोमीटर के मुताबिक व्यापार में वैश्विक स्तर पर भरोसा 2023 में 55 से बढ़कर 2024 में 56 हो गया यानी स्थिरता दिखी लेकिन भारत में व्यापारिक भरोसा बढ़ा है जबकि ब्रिटेन अब भरोसे के मामले में सबसे नीचे है.
विकासशील देश आगे
व्यापार में भरोसे के मामले में विकासशील देशों ने विकसित देशों को पीछे छोड़ दिया है. विकासशील देशों का ट्रस्ट इंडेक्स 63 पर स्थिर रहा, जबकि विकसित देशों का घटकर 49 पर आ गया.
चीन सबसे भरोसेमंद
चीन ने सबसे ज्यादा भरोसा बनाए रखा, हालांकि उसके अंक 83 से घटकर 79 हो गए. विदेशी कंपनियों पर चीन में भरोसा सबसे कम जताया गया. हालांकि, दुनिया के बाकी देशों में चीनी कंपनियों पर भरोसा भी सबसे कम रहा.
भारत में सुधार
भारत के अंक 73 से बढ़कर 76 हो गए, जिससे वह दूसरा सबसे भरोसेमंद देश बन गया. फिर भी, जहां भारतीय खुद अपने देश की कंपनियों पर बहुत ज्यादा भरोसा करते हैं, वहीं विदेशों में उसकी कंपनियों पर भरोसा ज्यादा नहीं है. सर्वेक्षण किए गए 27 देशों (भारत को छोड़कर) में, केवल 35 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने भारतीय कंपनियों पर भरोसा जताया.
ब्रिटेन सबसे कम भरोसेमंद
ब्रिटेन के अंक गिरकर 39 हो गए, जिससे वह जापान, अर्जेंटीना और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ सबसे कम भरोसेमंद देशों में शामिल हो गया.
ज्यादा सुधार वाले देश
दक्षिण कोरिया (7 अंकों की बढ़त), मलेशिया (6 अंकों की बढ़त), नाइजीरिया (5 अंकों की बढ़त) और थाईलैंड (4 अंकों की बढ़त) ने 2024 में भरोसे में सबसे ज्यादा सुधार दिखाया.
भरोसे में गिरावट
चीन (4 अंकों की गिरावट), कोलंबिया (4 अंकों की गिरावट) और ब्रिटेन (4 अंकों की गिरावट) जैसे देशों में भरोसे में सबसे बड़ी गिरावट हुई.
विकसित देशों की समस्या
अमेरिका (46), जर्मनी (45) और स्पेन (46) जैसे विकसित देशों का ट्रस्ट ग्लोबल औसत से नीचे रहा. यह विकसित और विकासशील देशों के बीच भरोसे के अंतर को दिखाता है.
कुछ देशों में अविश्वास हावी
ब्रिटेन, जापान और अर्जेंटीना जैसे देशों में "अविश्वास" (स्कोर 1-49) ज्यादा है. यहां संस्थानों में भरोसा बढ़ाने की सख्त जरूरत है. रिपोर्ट कहती है कि दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों की कंपनियों पर भरोसा घटना सबसे ज्यादा चिंता की बात है.