महिलाओं के खिलाफ हिंसा से कैसे निपटेगा फ्रांस
६ जनवरी २०२२फ्रांसीसी सरकार ने 24 घंटे के भीतर संदिग्ध घरेलू हिंसा के हमलों में तीन महिलाओं की मौत के बाद फेमिसाइड के खिलाफ लड़ाई तेज करने का वादा किया है. महिलाओं की संदिग्ध मौत के बाद देश के महिला अधिकार संगठनों में आक्रोश है. साल 2021 में 113 महिलाओं की पुरुषों द्वारा या पूर्व पार्टनर के हाथों मारे जाने के बाद महिला कार्यकर्ताओं ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों की सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए बहुत कम करने का आरोप लगाया है.
फ्रांसीसी महिला अधिकार समूह नू टाउट्स ने तीन महिलाओं की हत्याओं के बारे में कहा, "जब उनके परिवार और दोस्त नए साल का जश्न मना रहे थे. तीन महिलाओं को सिर्फ इसलिए मार दिया गया क्योंकि वे महिलाएं थीं." अधिकार समूह ने "फ्रांस में सेक्सिस्ट और यौन हिंसा के मामले में माक्रों और सरकार की चुप्पी" की निंदा की.
मारी गईं तीन महिलाएं कौन थीं?
1 जनवरी को फ्रांस के दक्षिणी शहर नीस में पुलिस को एक कार की डिक्की में एक 45 वर्षीय महिला का शव मिला था. शव मिलने से पहले महिला का पूर्व पार्टनर पुलिस के सामने पेश हुआ और उसने कबूल किया कि उसने महिला की गला घोंटकर हत्या की है. उसी दिन, पुलिस को देश के पूर्वी हिस्से में एक 56 वर्षीय महिला का शव मिला. महिला की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी. महिला के 50 वर्षीय साथी ने मामूली विवाद के बाद उसकी हत्या कर दी और फिर पुलिस के सामने इसे कबूल भी किया. नए साल की शुरुआत में इस तरह की तीसरी हत्या रविवार 2 जनवरी को हुई. पूर्वी फ्रांस में एक 27 वर्षीय महिला की चाकू मारकर हत्या कर दी गई. मृतक और हत्यारे दोनों की पहचान सैनिक के रूप में हुई है. आरोपी 21 साल का है और उसे पुलिस ने संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया.
2021 में 100 से अधिक महिलाओं की हत्याएं
प्रधानमंत्री ज्यॉं कैस्टेक्स ने संसद को बताया, "2021 में 100 से अधिक महिलाओं की हत्याएं हुईं और नए वर्ष की शुरुआत के बाद से ही तीन नई हत्याएं निंदनीय हैं." उन्होंने कहा, "सरकार और देश इस संकट के खिलाफ लड़ाई के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं." कैस्टेक्स ने कहा कि उनकी सरकार ने इस मुद्दे के समाधान के लिए कई कदम उठाए हैं.
सरकार ने एक नया आपातकालीन कॉल सेंटर भी स्थापित किया है, जो चौबीसों घंटे काम करेगा. साथ ही महिलाओं के खिलाफ हिंसा की शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई के लिए करीब 90,000 पुलिस अधिकारियों को ट्रेनिंग दी गई ताकि वे इन मामलों को सही तरीके से निपटा सकें.
कैस्टेक्स ने कहा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बच्चों के बीच लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अगले साल से अब हर फ्रेंच स्कूलों में लैंगिक समानता सप्ताह मनाया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार घरेलू हिंसा के खिलाफ लड़ाई पर प्रति वर्ष एक अरब यूरो खर्च कर रही है.
चुनावी मुद्दा
लेकिन महिला अधिकार समूह नू टाउट्स की सदस्य मैरीली ब्रुइल ने फ्रांसइंफो ब्रॉडकास्टर को बताया कि "इस्तेमाल किए गए साधनों और घरेलू हिंसा का निशाना बनने वाली महिलाओं की संख्या के बीच एक बड़ी असमानता है" जिसके बारे में उन्होंने कहा कि फ्रांस में कुल 2,00,000 से अधिक हैं. उन्होंने कहा, "साल दर साल महिलाओं की हत्या की संख्या में कमी नहीं आ रही है और यह बहुत गंभीर है."
महिला अधिकार संगठनों का कहना है कि हिंसा की रोकथाम पर अधिक ध्यान देना चाहिए. उनके मुताबिक हिंसक पूर्व पार्टनर के प्रति सचेत करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक ब्रेसलेट का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो अभी भी पर्याप्त रूप से व्यापक नहीं है. फ्रांस में जल्द ही राष्ट्रपति चुनाव होने हैं और ऐसे में यह मुद्दा गरम होता जा रहा है. दक्षिणपंथी नेता वैलरी पिक्रेज ने घरेलू हिंसा के मामलों से निपटने के लिए विशेष अदालतों के गठन का आह्वान किया.
एए/सीके (एएफपी, एपी)