संगीत के यूरोविजन मुकाबले को मिला पहला नॉन-बाइनरी विजेता
24 साल के स्विस गायक नीमो संगीत के इस यूरोपीय महामुकाबले के पहले नॉन-बाइनरी विजेता बने हैं. साल 1988 के बाद पहली बार स्विट्जरलैंड को ये खिताब मिला. उस साल यह खिताब मशहूर अंतरराष्ट्रीय गायिका सेलीन डियोन ने जीता था.
स्विट्जरलैंड के नीमो ने जीता 2024 का यूरोविजन
स्वीडन के शहर माल्मो में आयोजित यूरोविजन सॉन्ग कॉन्टेस्ट (ईएससी) को स्विट्जरलैंड के नीमो ने जीत लिया है. उन्होंने मुकाबले में रैप और रॉक गीत "द कोड" गाया. यह गीत उनके नॉन-बाइनरी व्यक्तित्व को खोजने के सफर के बारे में है.
जर्मनी रहा 12वें नंबर पर
मुकाबला कौन जीतेगा इसका फैसला यूरोप और दुनिया भर के टेलीविजन दर्शकों के वोटों से तय होता है. साथ ही हिस्सा लेने वाले 37 देशों में से हर देश के संगीतकारों की एक जूरी भी वोट करती है. इन दोनों वोटों को मिलकर विजेता का नाम तय होता है. कुल 25 फाइनलिस्टों में से जर्मनी के गायक इसाक अपने गीत "ऑलवेज ऑन द रन" के साथ 12वें स्थान पर रहे.
संगीत मुकाबले पर इस्राएल युद्ध का साया
यूरोविजन वैसे तो हमेशा ही सुर्खियां बटोरता है लेकिन इस साल इस पर राजनीति का साया भी दिखा. मुकाबले में इस्राएल की गायिका ईडन गोलान की भागीदारी से नाराज हजारों फलस्तीन समर्थक और इस्राएल विरोधी प्रदर्शनकारी माल्मो की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.
यूरोविजन पर पहले भी हावी रही है राजनीति
यूरोविजन के आयोजक 'यूरोपीय ब्रॉडकास्टिंग यूनियन' का दावा है कि राजनीति का यूरोविजन पर कोई खास असर नहीं रहता, लेकिन 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद रूस को इसमें हिस्सा नहीं लेने दिया गया था. बेलारूस को भी 2021 में मानवाधिकारों और प्रेस की स्वतंत्रता पर उसके रिकॉर्ड को लेकर बाहर कर दिया गया था. 2009 में जॉर्जिया को बाहर किया गया, जिनके गीत "वी डोंट वाना पुट इन" में रूस के विरोध की झलक थी.
गायक को अचानक कर दिया बाहर
ग्रैंड फाइनल से कुछ ही घंटे पहले डच कलाकार यूस्ट क्लाइन को यूरोविजन से बाहर कर दिया गया. ईबीयू के मुताबिक, स्वीडन की पुलिस बैकस्टेज घटी एक घटना की छान-बीन कर रही है. प्रोडक्शन क्रू की एक महिला सदस्य ने क्लाइन के खिलाफ शिकायत दर्ज की है और जांच के दौरान क्लाइन को मुकाबले में हिस्सा नहीं लेने दिया जा सकता था. उन्हें इस साल के खिताब के लिए एक तगड़ा दावेदार माना जा रहा था.