भारतीय कारोबार पर कोरोना का असर
कोरोना वायरस के कारण दुनिया भर में लोग परेशान हैं, भारत सरकार कोरोना से निपटने के लिए कई कदम उठा रही हैं. वहीं कारोबार जगत की बात की जाए तो उसकी भी हालत ठीक नहीं है.एक नजर कोरोना का असर किन-किन क्षेत्रों पर हुआ है.
एविएशन
भारत में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर पर्यटन क्षेत्र पर पड़ा है. विदेशी पर्यटकों के लिए यही समय भारत आने के लिए अनुकूल है.लेकिन फ्लाइट्स रद्द होने के कारण लोग भारत नहीं आ पा रहे हैं जिस कारण बुकिंग रद्द हो रही हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 15 हजार करोड़ रुपये के टिकट रद्द हो चुके हैं.
होटल
होटल कारोबार भी कोरोना वायरस की वजह से घटा है. एक अनुमान के मुताबिक होटल कारोबार अब तक 50% तक घटा है. इस सेक्टर को अब तक 27,300 करोड़ का नुकसान हुआ है.
कपड़ा उद्योग
कपड़ा उद्योग भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गया है. कारोबार 35 फीसदी तक घट चुका है. कपड़ा उद्योग को करीब 12,000 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान है.
मुर्गीपालन उद्योग
मुर्गीपालन उद्योग को भी संक्रमण की वजह से नुकसान हुआ है. कई शहरों में चिकन के खरीदार नहीं हैं. वहीं इस उद्योग को एक महीने में 4500 करोड़ का नुकसान हो चुका है.
सिनेमा उद्योग
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए कई राज्यों में सिनेमा हॉल बंद कर दिए गए हैं. वहीं वायरस से बचाव के लिए शूटिंग रोक दी गई है. सिनेमा जगत को भी अब तक कई सौ करोड़ का नुकसान हो चुका है.
कंज्यूमर ड्यूरेबल
कंज्यूमर ड्यूरेबल को भी नुकसान झेलना पड़ रहा है. इस सेक्टर का कारोबार अब तक 15 फीसदी नीचे आ गया है.
पेट्रोलियम सेक्टर
पेट्रोलियम योजना और विश्लेषण प्रकोष्ठ की रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी में पेट्रोल की मांग में पिछले साल के मुकाबले सिर्फ 3.5 फीसदी का इजाफा हुआ जबकि डीजल की मांग पिछले साल जनवरी के मुकाबले करीब 2 फीसदी कम हुई है. पेट्रोलियम कंपनियों की चिंता इस कारण बढ़ गई है.
शेयर बाजार
भारतीय शेयर बाजार भी कोरोना के प्रभाव से अछूता नहीं है. मंदी की आशंका के कारण विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने मार्च में अब तक भारतीय पूंजी बाजार से शुद्ध रूप से 37,976 करोड़ रुपये की निकासी की है.