कनाडा: नफरती अपराध में मुस्लिम परिवार को रौंदा
८ जून २०२१कनाडा के ओंटारियो प्रांत के पुलिस अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि लंदन शहर में रविवार को एक युवक ने राहगीरों को अपने ट्रक से रौंदकर एक मुस्लिम परिवार के चार सदस्यों की हत्या कर दी. स्थानीय पुलिस प्रमुख स्टीव विलियम्स ने एक बयान में कहा, "हम मानते हैं कि यह एक जानबूझकर किया गया कार्य था और पीड़ितों को इस भयानक घटना में लक्षित किया गया था. हम यह भी मानते हैं कि उन पर हमला इसलिए किया गया क्योंकि वे मुसलमान थे."
रविवार को हुई वारदात में पुलिस का कहना है कि 20 वर्षीय आरोपी ने फुटपाथ पर चल रहे पांच लोगों को ट्रक से रौंद डाला और भागने की कोशिश की. हालांकि, हमले में गंभीर रूप से घायल नौ साल का एक बच्चा बच गया और अभी भी अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है. मृतकों में 74 वर्षीय महिला, 46 वर्षीय पुरुष, 44 वर्षीय महिला और 15 वर्षीय लड़की शामिल है.
कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने ट्वीट कर इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "लंदन में मुस्लिम समुदाय और देश भर के मुस्लिम समुदाय को पता होना चाहिए कि हम आपके साथ खड़े हैं. हमारे किसी भी समुदाय में इस्लामोफोबिया के लिए कोई जगह नहीं है. चालबाजी और छल पर आधारित इस नफरत को बंद किया जाना चाहिए."
चश्मदीदों ने ग्लोबल न्यूज नेटवर्क को बताया कि उन्होंने वाहन को बीच सड़क पर आते देखा और महसूस किया कि यह अचानक सड़क की दूसरी तरफ से आया है. हमलावर चालक को पास के एक मॉल की पार्किंग से गिरफ्तार किया गया. उस पर पूर्व नियोजित हत्या के चार और हत्या के प्रयास के एक मामले दर्ज किए गए. खुफिया एजेंसी से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आतंकवाद अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने के लिए स्थानीय पुलिस से मशविरा किया जा रहा है.
अधिकारियों के मुताबिक, बच्चे के बचने की संभावना ज्यादा है. परिवार ने पुलिस से पीड़ितों के नामों का खुलासा नहीं करने को कहा था. पीड़ित परिवार के एक दोस्त जाहिद खान ने एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि मृतकों में दादी, माता-पिता और एक नाबालिग लड़की शामिल हैं. उनके मुताबिक परिवार लगभग 14 साल पहले पाकिस्तान से कनाडा आया था और एक स्थानीय मस्जिद का प्रमुख सदस्य था.
लंदन के मेयर एड होल्डर ने एक ट्वीट में इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "यह मुसलमानों की सामूहिक हत्या है, जिसकी जड़ें नफरत में हैं. यह नफरत और इस्लामोफोबिया का एक अवर्णनीय कृत्य है, जिसका मानवता और करुणा के साथ जवाब देने की जरूरत है." होल्डर का कहना है कि चार लाख आबादी वाले लंदन शहर में 30 से 40 हजार मुसलमान रहते हैं और यहां अगले तीन दिनों तक राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा.
एए/सीके (एपी, एएफपी)