‘बिटकॉइन सिटी’ बदल पाएगा अल सल्वाडोर की तकदीर?
१७ दिसम्बर २०२१इस साल दिसंबर महीने की शुरुआत में जब एक ओर पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की खबरें फैल रही थीं, तो दूसरी ओर अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नायब बुकेले क्रिप्टोकरंसी बाजार में उतार-चढ़ाव का फायदा उठाते हुए बिटकॉइन खरीदने में लगे रहे.
उन्होंने 4 दिसंबर को ट्विटर पर अपनी खरीद के बारे में जानकारी देते हुए कहा, "48,670 डॉलर की औसत कीमत पर 150 बिटकॉइन खरीदे. सिर्फ सात मिनट से सबसे निचले स्तर से चूक गए." इससे पहले 29 नवंबर को उन्होंने 100 बिटकॉइन खरीदे थे.
यह पहली बार नहीं है जब 41 वर्षीय बुकेले ने अपने देश के लिए दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरंसी खरीदने को लेकर खुद की प्रशंसा की. अल सल्वाडोर मध्य अमेरिका स्थित छोटा देश है. इसके पास कुल 3.4 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार है.
क्रिप्टोकरंसी की वकालत करने वाले लोग बुकेले के इस कदम की प्रशंसा कर रहे हैं. वहीं, मुख्यधारा के अर्थशास्त्रियों ने उनकी आलोचना की है. इनमें से एक अमेरिकी स्टॉक ब्रोकर और आर्थिक मामलों के प्रसिद्ध टिप्पणीकार पीटर शिफ ने बुकेले के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, "बहुत ज्यादा गिरावट आ रही है. आप करदाताओं का कितना पैसा बर्बाद करना चाहते हैं?”
उन्होंने बुकेले के ‘गिरावट में खरीदारी की रणनीति' के कमजोर पहलू पर टिप्पणी की और कहा, "यह सिर्फ तब तक काम करता है जब तक कि क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में जबरदस्त वृद्धि होती है."
दुनिया के अन्य विकासशील देश अपनी मेहनत से कमाए गए डॉलर और यूरो का इस्तेमाल अपने देश की मुद्राओं का मूल्य बढ़ाने के लिए कर रहे हैं. वहीं, बुकेले बिटकॉइन खरीद रहे हैं. सितंबर 2021 में बिटकॉइन को आधिकारिक तौर पर देश की मुद्रा घोषित किए जाने के बाद से, देश में करीब 1500 बिटकॉइन हैं.
बिटकॉइन सिटी बनाने का फैसला
सितंबर 2021 में इस क्रिप्टोकरेंसी को अल सल्वाडोर की आधिकारिक मुद्रा के रूप में मान्यता दी गई है. इससे पहले यहां के 68 लाख लोग अमेरिकी डॉलर का ही इस्तेमाल करते थे. जून में अपनाए गए कानून के तहत, अब कंपनियों और कारोबारियों को भी भुगतान के रूप में बिटकॉइन स्वीकार करना होगा. एक अनुमान के मुताबिक पूरे देश में बिटकॉइन के करीब 200 एटीएम लगाए गए हैं.
हालांकि अक्टूबर महीने में हजारों लोग सड़क पर उतरे और इस कानून को विवादास्पद बताते हुए तीखा विरोध जताया. बिटकॉइन के एक एटीएम को भी उन्होंने आग के हवाले कर दिया. समय के साथ ये विरोध-प्रदर्शन कम हो गए हैं. अब बुकेले बिटकॉइन को लेकर कई और फैसले ले रहे हैं.
नवंबर महीने में बुकेले ने कथित बिटकॉइन सिटी बनाने का फैसला लिया है. इसे होंडुरास और निकारागुआ के साथ लगी देश की सीमा के पास बनाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह सिटी कोंचगुआ ज्वालामुखी के पास स्थित होगी ताकि नवीकरणीय ऊर्जा के साथ बिटकॉइन की माइनिंग की जा सके और माइनिंग से बनने वाले कार्बन फुटप्रिंट से निपटा जा सके. यहां आवासीय और व्यवसायिक इलाकों के साथ-साथ हवाई अड्डे का भी निर्माण किया जाएगा.
इस कार्यक्रम में मौजूद क्रिप्टो समर्थक और डिजिटल उद्यमी आरोन कोइंग ने डीडब्ल्यू से कहा, "उन्होंने (बुकेले) समुद्र तट पर एक बड़ी पार्टी में इसकी घोषणा की.Ó कोइंग का मानना है कि 2022 में इस परियोजना की शुरुआत की जाएगी. इसके लिए, सॉवरेन बिटकॉइन बॉन्ड के जरिए एक बिलियन डॉलर की धन राशि जमा की जाएगी. फिलहाल, कई ऐसे 'बिटकॉइनर्स' हैं जिनके पास संसाधन हैं और वे निवेश करने के लिए भी तैयार हैं.
वॉल्केनो बॉन्ड
अल सल्वाडोर की योजना एक बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के बॉन्ड बेचने की है. यह बॉन्ड 10 साल में मैच्योर होगा. इस पर 6.5 प्रतिशत का ब्याज मिलेगा. इस बिक्री से होने वाली आय का आधा हिस्सा बिटकॉइन को पांच साल तक रखने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा. बाकी का पैसा ऊर्जा और क्रिप्टो-माइनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में खर्च किया जाएगा. यह टोकन बॉन्ड कनाडा स्थित डिजिटल एसेट इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी ब्लॉकस्ट्रीम के साथ साझेदारी में जारी किया जाएगा.
ब्लॉकस्ट्रीम के मुख्य रणनीति अधिकारी सैमसन मोउ ने ब्लूमबर्ग को बताया कि निवेशक यह उम्मीद कर सकते हैं कि उन्हें ब्याज से ज्यादा की धनराशि मिलेगी. उन्होंने कहा, "पहले पांच वर्षों के लिए, 6.5% ब्याज का कूपन होगा, लेकिन बाद में इसे बिटकॉइन लाभांश कहा जाता है. यह मूल रूप से बिटकॉइन की बिक्री से मिलने वाला विशेष लाभ है. यह लाभांश सल्वाडोर की सरकार बॉन्ड खरीदने वालों को देगी. इन लाभांश का भुगतान या तो डॉलर में किया जाएगा या टीथर क्रिप्टोकरेंसी में."
हालांकि बॉन्ड बेचकर एक मिलियन डॉलर जुटाना पहला कदम हो सकता है, क्योंकि बुकेले ने खुद कहा है कि बिटकॉइन सिटी के निर्माण के लिए 17 बिलियन डॉलर की जरूरत होगी. जिस देश में लोगों की औसत वार्षिक आय लगभग 3,400 डॉलर है वहां इतनी बड़ी रकम पर बहस होना स्वभाविक है.
खतरनाक योजना
जर्मन अर्थशास्त्री क्रिस्टियान एम्ब्रोसियस के मुताबिक बुकेले की योजनाएं ‘बेहद खतरनाक' हैं. डीडब्ल्यू को दिए साक्षात्कार में उन्होने कहा कि वह मानते हैं कि बुकेले देश को कर्ज के दलदल से निकालने के लिए कोई बेहतर तरीका तलाश रहे थे. हालांकि, यह अश्चर्यजनक है कि एक बिलियन डॉलर की राशि ठीक वही राशि है जो देश की सरकार पहले अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज के रूप में मिलने की उम्मीद लगाए बैठी थी.
जून महीने में बिटकॉइन को मान्यता देने की योजना पेश करने के बाद, आईएमएफ ने कर्ज देने की बात पर फिर से विचार करने की बात कही. ऐसे में टोकन बॉन्ड को बेचने की योजना से बुकेले को कुछ राहत मिल सकती है.
वहीं नवंबर महीने में आईएमएफ ने एक विश्लेषण प्रकाशित कर कहा कि बिटकॉइन की अस्थिरता अल साल्वाडोर में "वित्तीय स्थिरता के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम" पैदा करेगी. दूसरी ओर ब्लॉकस्ट्रीम के सैमसन मोउ ने ब्लूमबर्ग से बातचीत में कहा कि क्रिप्टो निवेशकों के लिए इस तरह के विश्लेषण कोई मायने नहीं रखते, क्योंकि पैसे को लेकर इनका नजरिया अलग है.
उन्होंने कहा, "आईएमएफ या विश्व बैंक जैसे संगठनों का बिटकॉइन की दुनिया में कोई महत्व नहीं होगा. उनका सिर्फ इसलिए महत्व है, क्योंकि वे अचानक से पैसा बनाते हैं. आप बिटकॉइन के स्टैंडर्ड पर ऐसा नहीं कर सकते. यह हमें ऐसी जगह ले जाता है जहां सिर्फ पैसा है न कि निगरानी तंत्र या किसी दूसरे देश पर आपकी आर्थिक नीतियां लागू करने का उपकरण."
हालांकि, क्रिस्टियान एम्ब्रोसियस क्रिप्टोकरंसी के समर्थकों और ‘सत्तावादी शासन' के बीच के उभरते गठबंधन को देखकर चिंतित हैं. उन्होंने कहा, "बुकेले भले ही लोकतांत्रिक रूप से चुने गए हैं, लेकिन उन्होंने अल सल्वाडोर में सरकारी तंत्र और कानून को कमजोर करने के कई प्रयास किए."
क्रिप्टो उद्यमी आरोन कोइंग भी बुकेले को संदेह के नजरिए से देखते हैं. इसके बावजूद वे बुकेले द्वारा देश में और देश से बाहर क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता को बढ़ाने के प्रयासों में विश्वास करते हैं.
इस साल बिटकॉइन में काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव देखा गया. हालांकि, इससे अल सल्वाडोर को काफी ज्यादा कमाई हुई है, लेकिन क्रिप्टो की दुनिया में जीता गया पैसा कब उसी दुनिया में खो जाए, कोई नहीं जानता.
रिपोर्टः निकोलस मार्टिन