क्या है दुनिया की मशहूर चप्पल बिरकेनश्टॉक की कहानी?
जिन जूतों को पहनने की नसीहत एक समय पर डॉक्टर दिया करते थे, आज वही जूते ‘चप्पलों के ‘पोर्शे कार’ बन गए हैं. ऐसा मानना है खुद उस ब्रांड का जिसे लोग ‘बिरकेनश्टॉक’ नाम से जानते हैं. क्या है बिरकेनश्टॉक का इतिहास?
अजीब फैशन से बेस्टसेलर तक का सफर
लंबे समय तक लोग बिरकेनश्टॉक का मजाक बनाते रहे. सालों पहले इन ईको फ्रेंडली और एर्गोनोमिक सैंडलों को प्रैक्टिकल तो माना जाता था लेकिन फैशनेबल नहीं.जो जर्मन सैलानी बाहर के देशों में यह चप्पल पहन कर घूमा करते, उनका काफी मजाक उड़ाया जाता. आज दुनियाभर में बिरकेनश्टॉक की बिक्री सभी रिकॉर्ड तोड़ रही है. यहां तक कि कंपनी अपने डिजाइन को ‘कला’ श्रेणी के तहत कॉपीराइट भी कर रही है ताकि कोई और इसकी नकल ना कर सके.
चप्पलों की ‘पोर्शे गाड़ी’
बिरकेनश्टॉक कंपनी के वकीलों का मानना है कि इसका डिजाइन काम आने वाली कला के समान है. उन्होंने मशहूर फर्नीचर और गाड़ियों का हवाला देते हुए बिरकेनश्टॉक को भी उन्ही की फेहरिस्त में रखकर उसे चप्पलों की ‘पोर्शे गाड़ी’ होने का खिताब दिया.
बार्बी फिल्म से मिली लोकप्रियता
फिल्में देखने वालों को ग्रेटा गेर्विग की फिल्म बार्बी तो याद होगी और ये भी याद होगा कि उसमें एक सीन में बार्बी फैसला लेती है कि उसे अब अपनी दुनिया से निकलकर बाहर की दुनिया को देखना है. अपनी हील वाली चप्पल उतार कर और बिरकेनश्टॉक की चप्पल पहनकर. फिल्म में ऐसा दिखाया गया कि बिरकेनश्टॉक की चप्पलें आरामदेह और फैशनेबल हैं और आप इन्हें पहनकर दुनिया घूम सकते हैं.
बहुत पुरानी जर्मन कंपनी
बिरकेनश्टॉक बनाने वाली कंपनी करीब 200 साल पुरानी है. इसे योहान ऐडम बिरकेनश्टॉक ने 1774 में स्थापित किया था. 1897 में कंपनी ने चप्पल के सोल का एक अलग अद्भुत डिजाइन बनाया जिसकी वजह से यह चप्पल और भी ज्यादा मशहूर हुई.
लेकिन 1963 में आया नया मोड़
1963 में ऐडम के पोते कार्ल बिरकेनश्टॉक ने ऐसा डिजाइन बनाया जो हड्डियों के लिए अच्छा था, सादा और बहुत ही आरामदायक भी. यह जूता आम लोगों से ज्यादा चिकित्सक वर्ग में मशहूर हुआ. उस वक्त हर डॉक्टर के क्लीनिक और घर में बिरकेनश्टॉक ही दिख रही थी.
बिरकेनश्टॉक माने धारा के उलट चलना
जर्मन-अमेरिकी डिजाइनर मार्गोट फ्रेजर को बिरकेनश्टॉक इतने पसंद आए कि उन्होंने 1966 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में इनका एक डिस्ट्रीब्यूशन यूनिट खोल दिया. 1970 से ये वहां के हिप्पी कल्चर का अहम हिस्सा बन गए और लोग इन्हें असहमति और धारा के उलट जाने के लिए पहनने लगे.
स्टीव जॉब्स थे बहुत बड़े बिरकेनश्टॉक फैन
एप्पल कंपनी के संस्थापक स्टीव जॉब्स भी बिरकेनश्टॉक के काफी बड़े फैन थे. यहां तक कि जॉब्स की पुरानी इस्तेमाल की हुई बिरकेनश्टॉक सैंडल - द ऐरिजोना मॉडल - 2022 में लगभग दो लाख सात हजार यूरो यानी करीब 1.8 करोड़ रुपये की बिकी थीं.
बड़े फैशन ब्रांड अपना नाम जोड़ना चाह रहे थे
1990 से बिरकेनश्टॉक को फैशन की दुनिया का एक बड़ा नाम माना जाने लगा. डिओर, रिक ओवेन्स और वैलेंटिनो जैसे बड़े नामों ने बिरकेनश्टॉक के साथ अपने प्रोडक्ट लॉन्च किए. सुपरमॉडल केट मॉस ने जब बिरकेनश्टॉक की चप्पल पहनी तो दुनियाभर में इसकी चर्चा हुई.
जर्मनी का स्वदेशी जूता बिरकेनश्टॉक
2023 में बिरकेनश्टॉक ने अपने शेयर जनता के बीच बाजार में उतारे. शुरुआत में तो शेयर ज्यादा नहीं चले लेकिन आगे जा कर उन्होंने फंसी हुई रकम निकाल ही ली. बिरकेनश्टॉक कंपनी में आज भी असल बिरकेनश्टॉक परिवार का एक छोटा सा हिस्सा मौजूद है और आज भी जूतों का 95 फीसदी उत्पादन जर्मनी में ही होता है.