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बर्लिन में धमाके के बाद लगी जंगल की आग अब काबू में

५ अगस्त २०२२

बर्लिन में पुलिस के गोला बारुद भंडार पर हुए धमाके के बाद ग्रुनेवाल्ड जंगल में आग लग गई थी. हाई-टेक तकनीक की मदद से इस आग के बड़े हिस्से पर काबू पा लिया गया है.

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Brand im Berliner Grunewald nach Explosion
करीब 3,000 हेक्टेअर के विस्तार वाला ग्रुनेवाल्ड जंगल बर्लिन के स्थानीय लोगों और विदेशी सैलानियों, दोनों के बीच काफी लोकप्रिय है. तस्वीर में यहां लगी आग से उठता धुआं नजर आ रहा है. तस्वीर: Annegret Hilse/REUTERS

जर्मनी की राजधानी बर्लिन के पास एक जंगल है, ग्रुनेवाल्ड. गुरुवार को यहां एक धमाका हुआ और इसके बाद जंगल में आग लग गई. धमाके की वजह बना, पुलिस का एक भंडार जिसे हथियार और गोला-बारूद जमा रखने में इस्तेमाल किया जाता है. काफी कोशिशों के बाद 5 अगस्त की सुबह आग के बड़े हिस्से पर काबू कर लिया गया. अब गोला बारूद के करीब जाने की कोशिश की जा रही है.

आग बुझाने के लिए बर्लिन प्रशासन हाई-टेक तकनीक की मदद ले रहा है. इनमें हथियारबंद गाड़ियां, टैंक और दमकल रोबोट शामिल थे. गाड़ियों को प्रभावित जगह पर भेजे जाने से पहले ड्रोन, सैटेलाइट इमेजरी और हेलिकॉप्टरों की मदद से पूरे इलाके की निगरानी की गई. इसके अलावा थर्मल इमेजिंग कैमरों का भी इस्तेमाल हुआ.

जर्मनी का दमकल विभाग काफी हाई-टेक तकनीक का इस्तेमाल करता रहा है. इसके प्रवक्ता ने डीडब्ल्यू को बताया कि तकनीक के मामले में जर्मनी के पास जितनी भी चीजें हैं, कमोबेश वो सब दमकल विभाग के पास हैं.

लू के कारण बढ़ी आग

4 जून को जर्मनी के कई हिस्से काफी गर्म थे. लू के थपेड़े और सूखा आग फैलाने में मददगार बने. शुरुआत में आग बुझाना मुश्किल साबित हो रहा था क्योंकि शुरुआती विस्फोट के बाद शाम को और भी धमाके हुए थे. धमाकों की आशंका के चलते दमकल कर्मचारियों को आग से करीब एक किलोमीटर तक दूरी बनाए रखनी पड़ रही थी. आग के इर्द-गिर्द करीब 1,000 मीटर के इलाके की घेरेबंदी कर दी गई थी.  इस परिधि में हर ओर दमकल गाड़ियां तैनात की गईं, ताकि आग को फैलने से रोका जा सके. एक नजदीकी हाई-वे और रेलवे लाइन को भी एहतियातन बंद कर दिया गया.

आग बुझाने की शुरुआती कोशिशों की जानकारी देते हुए बर्लिन दमकल विभाग के प्रवक्ता जेम्स क्लाइन ने 4 जून को डीडब्ल्यू को बताया, "यहां एक ऑर्डनेंस साइट है. वहां युद्ध सामग्रियां रखी हैं. और भी कई तरह की विस्फोटक चीजें हैं, जो फट सकती हैं. अलग-अलग तरह की चीजें रखी होने के कारण धमाकों की तीव्रता अलग हो सकती है. वहां बड़ी युद्ध सामग्रियां भी हैं, लेकिन वो ठंडी स्थितियों में स्टील कंटेनरों के अंदर रखी हैं. इसलिए हमें उम्मीद है कि हम उन्हें बचा लेंगे."

जर्मनी पर सूखे की मार

शीतयुद्ध के समय बनाई गई थी यह ठिकाना

गोला बारूद का ये भंडार 1950 में बनाया गया थी. यहां युद्ध सामग्रियां स्टोर करने के अलावा उन्हें डिफ्यूज और डेटोनेट भी किया जाता है. जर्मनी में अब भी समय-समय पर दूसरे विश्व युद्ध के दौर के विस्फोटक बरामद होते रहते हैं. बर्लिन में मिलने वाली युद्ध सामग्रियां यहीं लाई जाती हैं.

करीब 3,000 हेक्टेअर के विस्तार वाला ग्रुनेवाल्ड जंगल बर्लिन के स्थानीय लोगों और विदेशी सैलानियों, दोनों के बीच काफी लोकप्रिय है. लोग हाइकिंग और सैर के लिए यहां आते हैं. बर्लिन की गिनती दुनिया की सबसे हरी-भरी राजधानियों में होती है. यहां करीब 29,000 हेक्टेअर जंगल का इलाका है.

एसएम/एनआर (एपी)