बच्चे अब जल्दी बड़े हो जाते हैं. सिर्फ सोच में ही नहीं, शारीरिक रूप से भी. इसलिए जरूरी है कि उनसे इस बारे में सही वक्त पर खुल कर बात की जाए. सरकार की कोशिशों के बावजूद भारत में स्कूलों में सेक्स एजुकेशन ना के बराबर है. बच्चों को सबसे अधिक जानकारी मिल रही है इंटरनेट से और एडल्ट वेबसाइटों से. बच्चे ऐसा ना करें, इसके लिए माता पिता को अपनी शर्म और चुप्पी तोड़नी होगी.