1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मिल गया सौरमंडल के बाहर भी पानी

रोहित जोशी८ जुलाई २०१६

अंतरिक्ष विज्ञानियों के एक दल ने एक खास टेलिस्कोप की मदद से सौरमंडल के बाहर पहली बार पानी के बादलों को खोज निकाला है.

https://p.dw.com/p/1JLkb
25 Jahre Weltraumteleskop Hubble
प्रतीकात्मक तस्वीरतस्वीर: picture-alliance/dpa/Nasa

हवाई में मौजूद जेमिनी नॉर्थ टेलिस्कोप की मदद से यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सेंटा क्रूज के अंतरिक्ष विज्ञानियों के नेतृत्व में एक दल, सौरमंडल के बाहर 7.2 प्रकाश वर्ष की दूरी पर पानी के बादलों को खोज पाने में कामयाब हुआ है. पानी के ये बादल वाइज 0855 नाम के एक ब्राउन ड्वॉर्फ में तैरते दिखाई दिए हैं.

ब्राउन ड्वार्फ

ब्राउन ड्वार्फ मूलत: एक ऐसी खगोलीय संरचना होती है जो तारा बन पाने में नाकाम हो जाती है. जिस तरह तारा बनने की प्रक्रिया में गैसों और धूल का गुरुत्वीय विघटन होता है वैसी ही प्रक्रिया ब्राउन ड्वार्फ में भी होती है. लेकिन यह नाभिकीय संलयन प्रतिक्रिया को शुरू करने के लिए पर्याप्त मात्रा में पदार्थ को पाने में नाकाम हो जाता है. नाभिकीय संलयन प्रतिक्रिया के चलते ही तारे चमकते हैं.

वाइज 0855

पहली बार 2014 में जब वाइज 0855 के बारे में पता चला तो अंतरिक्षवेत्ताओं को इसने बेहद उत्सुकता के साथ आकर्षित किया. तब से वे इस पर नजर बनाए हुए थे. इसे जमीन पर मौजूद सबसे बड़े टेलिस्कोप जेमिनी नॉर्थ टेलिस्कोप के जरिये इंफ्रारेड किरणों की मदद से मुश्किल से देखा जा सका था. बाद में इस ब्राउन ड्वॉर्फ के स्पष्ट इंफ्रारेड स्पैक्ट्रम मिले. इन इंफ्रारेड स्पैक्ट्रम के जरिये मिली जानकारी में सबसे अहम बात है कि वहां पानी के बादल होने के पुख्ता सबूत हैं​. इस लिहाज से यह पहली बार हुआ है कि सौरमंडल के बाहर पानी को खोजा गया है.

पानी के ठोस सबूत

यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सेंटा क्रूज की वेबसाइट में इस महत्वपूर्ण खोज पर एक आलेख प्रकाशित हुआ है. इसमें विश्वविद्यालय में एस्ट्रोनॉमी और एस्ट्रोफिजिक्स के सहायक प्रवक्ता एंड्र्यू स्केमर कहते हैं, ''हमें ऐसी अपेक्षा रहती है कि वहां कोई इतनी ठंडी चीज हो जिसमें कि पानी टिक सके. और यह सबसे ठोस सबूत है कि हमें ऐसी चीज मिली है.''

स्केमर ने इस शोध के दौरान मिले निष्कर्षों पर एक पेपर भी लिखा है जिसे एस्ट्रोफिजिकल जनरल लेटर्स में प्रकाशित होना है. हालांकि यह पेपर पहले ही ऑनलाइन उपलब्ध है.