स्टार्टअप की जगह बड़ी कंपनियों को तरजीह दे रहे हैं युवा
१७ मई २०२३नौकरी और पेशेवर नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म अपना डॉट को के एक सर्वेक्षण के मुताबिक 73 प्रतिशत नौकरी चाहने वाले संगठन के साथ काम करने और करियर में आगे बढ़ने के लिए स्थिर और स्थापित कंपनियों को पसंद करते हैं. मंगलवार को जारी नई रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.
इस रिपोर्ट के मुताबिक केवल 27 प्रतिशत कर्मचारी अभी भी करियर के विकास के लिए स्टार्टअप पर स्विच करने पर विचार करेंगे. अपना डॉट को के संस्थापक और सीईओ निरमित पारिख ने कहा, "नौकरी चाहने वालों की बदलती प्राथमिकताओं के साथ भारत का नौकरी बाजार तेजी से विकसित हो रहा है. ऐसे में नौकरी चाहने वाले अब बेहतर करियर की संभावनाओं के लिए स्थिर और स्थापित कंपनियों की ओर अधिक झुकाव रखते हैं."
10 हजार नौकरी चाहने वालों से पूछे गए सवाल
रिपोर्ट तैयार करने के लिए में 10,000 से अधिक नौकरी चाहने वालों और 1,000 मानव संसाधन भर्तीकर्ताओं के बयानों को शामिल किया गया है.
इसके मुताबिक नियोक्ता एक कौशल-प्रथम दृष्टिकोण को प्राथमिकता दे रहे हैं. रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि नौकरी चाहने वाले नौकरी की तलाश करते समय, स्थान, आने जाने और वर्क लाइफ बैलेंस और कंपनी की संस्कृति के साथ-साथ वेतन के साथ-साथ करियर के विकास के अवसरों को प्राथमिकता देते हैं.
लगभग 73 प्रतिशत भारतीय अपनी नौकरी की खोज में करियर के विकास को प्राथमिक कारक मानते हैं. यहां तक कि वर्क लाइफ बैलेंस और लचीले काम के घंटों के महत्व को भी पार कर जाते हैं.
10 में से लगभग 9 नियोक्ताओं ने कुशल पेशेवरों के महत्व को भर्ती के लिए एक प्रमुख मानदंड के रूप में पहचाना है, हालांकि 10 में से केवल 6 नियोक्ताओं ने अपने संगठनों में अपस्किलिंग कार्यक्रमों को लागू किया है.
इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि नियोक्ता अब तकनीकी कौशल वाले उम्मीदवारों की तलाश कर रहे हैं, खासकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा साइंस और डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में भूमिकाओं के लिए.
लगभग 65 प्रतिशत पेशेवर नौकरी के साक्षात्कार में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल को एक प्रतिष्ठित संस्थान से डिग्री के रूप में महत्वपूर्ण मानते हैं.
स्टार्टअप्स में नौकरी जाने का डर
रिपोर्ट के मुताबिक महिलाएं प्रासंगिक कौशल पर अधिक जोर देती हैं, 77 प्रतिशत महिला उत्तरदाताओं ने 51 प्रतिशत पुरुषों की तुलना में इसके महत्व का संकेत दिया है.
नौकरी के लिए बड़ी कंपनियों को चुनना इस बात की ओर भी इशारा करता है कि लोग छंटनी से बचना चाहते हैं क्योंकि हाल के दिनों में स्टार्टअप्स में छंटनी तेजी से बढ़ी है.
स्टार्टअप कवरेज पोर्टल इंक42 ने पिछले महीने एक रिपोर्ट जारी की थी. उसके मुताबिक देश में अब तक 84 स्टार्टअप द्वारा 24,256 कर्मचारियों की छंटनी की जा चुकी है. कर्मचारियों को बर्खास्त करने वाले स्टार्टअप्स की सूची देश में बढ़ती ही जा रही है.
रिपोर्ट: आमिर अंसारी