दिल्ली: तीन साल में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले
१२ अक्टूबर २०२१दिल्ली में डेंगू हर सप्ताह तेजी से पैर पसार रहा है. दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा साझा की गई रिपोर्ट के मुताबिक इस साल 9 अक्टूबर तक डेंगू के 480 मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं बीते हफ्ते में डेंगू के कुल 139 मरीज सामने आए हैं. बीते वर्षों की बात करें तो 2019 में जनवरी से इस वक्त तक 467 और 2020 में 316 कुल मामले सामने आए थे. यानी बीते 2 सालों के मुकाबले इस बार सबसे अधिक मामले मिले हैं.
गर्मी और बारिश के मौसम में डेंगू, मलेरिया ज्यादा फैलता है. डेंगू से संक्रमित होने पर मरीज के प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती है. डेंगू बुखार आने पर सिर, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द होने लगता है, वहीं आंखों के पिछले हिस्से में दर्द, कमजोरी, भूख न लगना, गले में दर्द भी होता है.
डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का खतरा
डेंगू के अलावा दिल्ली में मलेरिया और चिकनगुनिया के 127 और 62 मामले दर्ज हुए हैं. हालांकि दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया से अब तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है.
साल 2016 और 2017 में डेंगू के कारण 10-10 मौतें हुई थीं. वहीं 2018, 2019 और 2020 में 4, 2 और 1 मौत हुई थी. रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिणी नगर निगम में अब तक कुल 141 मामले सामने आए हैं, वहीं उत्तरी निगम क्षेत्र में 114 और पूर्वी निगम क्षेत्र में 56 मामले दर्ज किए गए हैं.
दरअसल डेंगू के मच्छर साफ और स्थिर पानी में पैदा होते हैं, जबकि मलेरिया के मच्छर गंदे पानी में भी पनपते हैं. इस साल में अब तक मामलों की बात करें तो दिल्ली में जनवरी महीने में डेंगू का कोई मामला सामने नहीं आया था, वहीं फरवरी में 2, मार्च में 5, अप्रैल में 10 मामले दर्ज किए गए थे.
दरअसल डेंगू व चिकनगुनिया के मच्छर ज्यादा दूर तक नहीं जाते हैं. हालांकि जमा पानी के 50 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों के लिए परेशानी हो सकती है.
दिल्ली नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि शहर में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं क्योंकि यह मौसम मच्छरों की ब्रीडिंग के लिए अनुकूल है. ना तो अभी मौसम सर्द है और ना ही ज्यादा गर्मी. ऐसे मौसम में ही डेंगू के मच्छरों की ब्रीडिंग तेजी से हो रही है.
कुछ साल पहले हुए एक शोध में कहा गया था कि भारत में हर साल करीब साठ लाख लोग डेंगू से प्रभावित होते हैं लेकिन इन्हें दर्ज नहीं किया जाता है.
आमिर अंसारी (आईएनएएस इनपुट के साथ)