26/11 में आईएसआई पर आरोप होंगे सार्वजनिक
८ मई २०११पिछले सप्ताह संघीय अभियोक्ताओं ने आईएसआई के संदिग्ध मेजर पर मुंबई हमलों में छह अमेरिकियों को मारने के षडयंत्र रचने का आरोप लगाया है. खोजी पत्रकार सेबेस्टियन रोटेला ने द वॉशिंगटन पोस्ट में लिखा है कि ये आरोप पाक और अमेरिका के बीच नाजुक संबंधों के लिए विस्फोटक साबित हो सकते हैं.
काफी समय से संदेह जताया जा रहा है कि आईएसआई आतंकी गुटों के नजदीक है. ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान में मिलने के कारण एक बार फिर इन आशंकाओं को हवा मिली है. अमेरिकी कांग्रेस फ्रैंक वोल्फ कहते हैं," यह बहुत परेशानी खड़ी करने वाला है. हम पाकिस्तानी सरकार को अरबों डॉलर देते हैं. बिन लादेन की घटना के बाद पूरे मुद्दे को लेकर गंभीर मुश्किलें और सवाल उठते हैं." वोल्फ न्याय मंत्रालय की विदेशों में खर्च को देखते हैं. द वॉशिंगटन पोस्ट के लेख के मुताबिक, मुंबई हमलों में आईएसआई के संदिग्ध तौर पर शामिल होने के आरोपों को 16 मई की सुनवाई में सार्वजनिक किया जाएगा. शिकागो इमिग्रेशन कंसल्टिंग फर्म के मालिक पाकिस्तानी मूल के तहव्वुर राणा हुसैन के मुकदमे की सुनवाई के तहत यह किया जाएगा.
राणा को 2009 में आतंकियों को सहायता देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. यही अभियोग चार अन्य पर भी लगाया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, खास गवाह डेविड कोलमन हेडली होगा. आतंकी बने पाकिस्तानी- अमेरिकी व्यापारी हेडली ने भारत और डेनमार्क में हमले के लक्ष्य ढूंढने के लिए माफी मांगी है. माना जा रहा है कि राणा ने हेडली को अपनी कंपनी के जरिए इन जगहों की टोह लेने में मदद की.
हेडली ने लश्कर ए तैयबा के कैंपों में ट्रेनिंग ली. इसके बाद उसे 2006 में एक आईएसआई अधिकारी मेजर समीर अली ने लाहौर इकबाल के पास भेजा. इकबाल हेडली का सहयोगी बना. उसी ने हेडली को लेफ्टिनेंट कर्नल शाह से मिलाया और भारत जाने के पहले कई महीने जासूसी की ट्रेनिंग दी. हेडली ने भी एफबीआई को यही बयान दिया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एमजी