एक हाथी की खुराक पर हर महीने 70 हजार रुपये से ज्यादा खर्च होते हैं. कोरोना महामारी के दौरान कई मालिकों ने इस खर्च को कम करने के लिए अपने हाथियों से दूरी बना ली. ऐसे तमाम छोड़े या सताए गए हाथियों को थाइलैंड की लेक चाइलर्ट अपने बच्चों की तरह पालती हैं.