स्पेन में बढ़ती घरेलू हिंसा
२५ मई २०२१पांचों मामलों का संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री सांचेज ने देश में घरेलू हिंसा के मामलों में आई उछाल को "अस्वीकार्य" बताया. इन मामलों में मारी गईं महिलाओं में बार्सिलोना की एक 42 वर्षीय महिला भी शामिल थी जिसे उसके पति ने चाकू घोंप दिया और उसके बाद अपनी जान भी ले ली. इनमें मोरक्को मूल की एक गर्भवती महिला भी थी जिसे उसके पार्टनर ने मार डाला और फिर पुलिस को बुला कर अपना जुर्म कबूल कर लिया.
इन हत्याओं के बाद इस साल अभी तक अपने पार्टनरों या पूर्व-पार्टनरों द्वारा मारी गई महिलाओं की संख्या 14 हो गई है. 2003 से सरकार ने इस तरह की हत्याओं की आधिकारिक गिनती करनी शुरू कर दी थी और तब से अभी तक इस श्रेणी में 1,092 मामले सामने आ चुके हैं. पांचों हत्याओं के पीछे की क्रूरता की निंदा करते हुए सांचेज ने कहा, "यह एक कड़वी, अस्वीकार्य सच्चाई है."
उन्होंने यह भी कहा, "दुर्भाग्य से स्पेन एक महिला-विरोधी अभिशाप से गुजर रहा है, जिसका मतलब है कि देश में ऐसे पुरुष हैं जो महिलाओं को सिर्फ महिला होने के लिए मार देते हैं. दिन पर दिन ऐसी हत्याएं हो रही हैं. हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. हम देश में हजारों महिलाओं द्वारा महसूस किए जा रहे दर्द और भय से अंजान नहीं रह सकते हैं." महिला अधिकार कार्यकर्ताओं का मानना है कि हत्याओं में यह वृद्धि देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगे आपातकाल के नौ मई को हटा दिए जाने की वजह से हुई है.
उनका कहना है कि हिंसक पार्टनरों की महिलाएं जब घर से निकलने लगती हैं तो उन पर शारीरिक हिंसा का खतरा ज्यादा रहता है और संभव है कि अब जब आवाजाही पर से प्रतिबंध हटा लिए गए हैं तो संभव है कि ऐसा और ज्यादा हो रहा हो. स्पेन में महिलाओं के खिलाफ घरेलू हिंसा का पुराना इतिहास है. 1997 में 60-वर्षीय एना ओरांतेस को उनके पूर्व-पति ने पीटने के बाद उन्हें बालकनी से नीचे फेंक दिया था और फिर जिंदा जला दिया था.
एना ने कई बार अधिकारियों से अपने पूर्व-पति के हिंसक व्यवहार के बारे में शिकायत की थी. इस मामले के सामने आने के बाद पूरा देश हिल गया था और उसके बाद से देश के राजनेताओं ने घरेलू हिंसा के समाधान के लिए कई कार्यक्रम चलाए. 2004 में स्पेन की संसद लिंग-आधारित हिंसा की रोकथाम के लिए बने एक कानून को बहुमत से पारित किया. यह पूरे यूरोप में इस तरह का पहला कानून है.
सीके/एए (एएफपी)