स्पेक्ट्रम मामले में प्रधानमंत्री इस्तीफा दें: बीजेपी
२६ दिसम्बर २०१०भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए हताश रणनीति का सहारा ले रही है. कांग्रेस ने दावा किया है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी ने एक ऐसे ट्रस्ट के समारोह में हिस्सा लिया जिसका नियंत्रण नीरा राडिया के हाथों में है.
बीजेपी प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, "कांग्रेस पार्टी के नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने एलके आडवाणी पर निराधार आरोप लगाए हैं कि वह राडिया के ट्रस्ट में एक समारोह में हिस्सा लेने के लिए गए. सिंघवी ने कहा है कि ट्रस्ट के लिए जमीन एनडीए सरकार ने दी थी. लेकिन यह जमीन पेजावर स्वामी ट्रस्ट की है और उसे पीवी नरसिम्हा राव सरकार ने दिया था. इसलिए हम कांग्रेस पार्टी से माफी की मांग कर रहे हैं."
लेकिन कांग्रेस पार्टी ने भी पलटवार करने में देर नहीं लगाई और पार्टी प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि बीजेपी नीरा राडिया के साथ रिश्तों से दूर नहीं भाग सकी. "जो आरोप लगाए गए हैं वे अहम हैं. और बीजेपी राडिया के साथ लिंक को हटा नहीं सकती. नीरा राडिया और बीजेपी नेताओं के बीच कहानियां क्यों लोगों को पिछले कई सालों से सुनने को मिलती रही हैं."
शुक्रवार को अभिषेक मनु सिंघवी ने बीजेपी से सवाल पूछा था कि नीरा राडिया और बीजेपी नेता अनंत कुमार के बीच रिश्ते के मुद्दे पर वह खामोश क्यों है. सिंघवी ने आरोप लगाया था कि एनडीए सरकार ने राडिया ट्रस्ट को जमीन आवंटित की और आडवाणी नींव रखने के समारोह में गए.
नीरा राडिया कॉरपोरेट लॉबीस्ट हैं जो देश की बड़ी कंपनियों के लिए जनसंपर्क का करती हैं. टाटा और अंबानी जैसे बड़े व्यवसायिक घराने उनकी क्लाइंट लिस्ट में हैं लेकिन 2जी स्पेक्ट्रम मामले में उनकी भूमिका संदेह के घेरे में हैं क्योंकि टैप हुई टेलीफोन बातचीत में पता चला है कि वह ए राजा को टेलीकॉम मंत्री बनाने के लिए दबाव डाल रही हैं और डीएमके के लिए कांग्रेस के साथ कुछ पत्रकारों के जरिए बातचीत कर रही हैं. देशद्रोह और टैक्स चोरी के आरोपों के बाद नीरा राडिया के फोन टैप हुए थे जिससे कई और मामलों की परतें खुलतीं चली गईं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह