सीबीआई दफ्तर में आमने सामने अंबानी और राजा
१७ फ़रवरी २०११सूत्रों ने बताया कि जांचकर्ताओं ने बुधवार की शाम नई दिल्ली में इन दोनों से स्वान टेलीकॉम में हिस्सेदारी के मुद्दे पर बराबर सवाल पूछे लेकिन उन्होंने कुछ खास नहीं बताया.
उनसे पूछा गया कि क्या रिलायंस कम्युनिकेशन ने सीधे तौर पर या फिर अपनी किसी सहायक कंपनी के जरिए स्वान टेलीकॉम में 10 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सेदारी हासिल की. एक ही क्षेत्र की दो सर्विस प्रोवाइडर कंपनियां एक दूसरे में 10 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी रख सकती हैं.
स्वान टेलीकॉम में टाइगर ट्रेडर्स प्राइवेट लिमिटेड की 90.13 प्रतिशत हिस्सेदारी है और इसमें रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड के पास 9.87 प्रतिशत हिस्सेदारी है. स्वान टेलीकॉम की छानबीन हो रही है. आरोप हैं कि इसमें से काफी पैसा डीएमके के कलइनर टीवी को दिया गया.
51 वर्षीय अनिल अंबानी को बुधवार को सीबीआई के मुख्यालय बुलाया गया. उनसे 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले के मामले में पूछताछ की गई. स्वान टेलीकॉम के प्रोमोटर डीबी रीएल्टी ग्रुप के एमडी शाहिद उस्मा बलवा पहले से ही सीबीआई की हिरासत में हैं.
सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक रियालंस कम्युनिकेशन लिमिटेड समेत चार कंपनियों को यूनिफाइड एक्सेस सर्विस लाइसेंस के तहत सीडीएमए आधारित मोबाइल सर्विस दी गई थी.
दूरसंचार नियामक (ट्राई) की सिफारिशों के आधार पर 17 अक्टूबर 2007 को डुअल टेक्नोलजी के इस्तेमाल की अनुमति दी गई. आरकॉम पर आरोप है कि उसने इस बारे में नीति की घोषणा होने से पहले ही इस टेक्नॉलजी के लिए आवेदन कर दिया.
उधर अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप (एडीएजी) की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "जनवरी 2008 में स्वान टेलीकॉम को 2जी लाइसेंस मिलते वक्त या उसके बाद न तो रिलायंस और न ही आरकॉम या एडीएजी ग्रुप के किसी व्यक्ति के पास स्वान टेलीकॉम का कोई शेयर रहा है."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एस गौड़