शरीफ हूं, पर एक हद तक: अमिताभ
३० अगस्त २०१०पिछले कुछ दिनों से यह अनजान शख्स न सिर्फ अमिताभ के ब्लॉग पर अशोभनीय टिप्पणियां लिख रहा था बल्कि उनके मोबाइल फोन पर भी गाली गलौच वाले मेसेज भी भेज रहा था. शुरू में तो वह इसे नजरंदाज करते रहे लेकिन जब उनके नाती पोतों तक को निशाना बनाया जाने लगा तब फिर उनके सब्र का बांध टूट गया.
पहले तो अमिताभ ने इसकी शिकायत दर्ज कराई और फिर ब्लॉग पर ही उसे चेतावनी देते हुए लिखा "ऐसी हरकतों को एक हद तक ही सहन किया जा सकता है. इस हद तक ही मैं शरीफ हूं. अगर अब भी तुम नहीं माने तो इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी." उन्होंने यह भी लिखा कि यह वाकया उजागर होने के बाद से उनके पास इस सिरफिरे को पकड़ने के लिए बेताब बैठे प्रशंसकों के लाखों मेसेज आ चुके हैं.
67 साल के अमिताभ ने लिखा है कि कोई गुमनाम व्यक्ति लगातार उन्हें और परिवार को निशाना बना रहा है. हद तो तब हो गई जब उसने मासूम बच्चों को भी नहीं छोड़ा. उनका कहना है कि ब्लॉग एक ऐसा मंच है जिसके जरिए वह अपने चाहने वालों से न सिर्फ वैचारिक आदान प्रदान करते हैं बल्कि इसका दायरा भी बढ़ा सकते हैं. लेकिन ब्लॉग पर किसी के प्रति अपनी नफरत और भड़ास निकालना इस मंच का सरासर दुरुपयोग है. ब्लॉग पर लिखने वाले नामचीन लोगों में अमिताभ सबसे आगे हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल
संपादनः वी कुमार