वेनेजुएला की आग पर अब तक काबू नहीं
२७ अगस्त २०१२वेनेजुएला के दमकल कर्मचारी देश की प्रमुख तेल रिफाइनरी में लगी आग पर काबू पाने में जुटे हैं.राष्ट्रपति ह्यूगो चावेज ने देशवासियों को भरोसा दिया है कि आग से हुए नुकसान को ठीक कर लिया जाएगा. देश के सुदूर उत्तरी भाग में मौजूद अमुवे रिफाइनरी में शनिवार को यह आग लगी और इसके पीछे गैस का रिसाव होने की आशंका जताई गई है. वेनेजुएला में तीन दिन के राजकीय शोक का एलान किया गया है. राष्ट्रपति ने इस मामले की पूरी जांच कराने का वादा किया है. दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरियों में से एक के दौरे पर आए राष्ट्रपति ने उन खबरों की आलोचना की है जिनमें खराब रख रखाव को इस हादसे के लिए जिम्मेदार बताया गया है. राष्ट्रपति ने उन जानकारों को गैरजिम्मेदार बताया है जिन्होंने रिफाइनरी की सुरक्षा व्यवस्था को अपर्याप्त कहा है.
राष्ट्रपति चावेज ने यह भी कहा कि हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को कभी भूला नहीं जा सकेगा. रविवार को दो और घायल लोगों की मौत के बाद इस हादसे में मरने वालों की तादाद 41 तक जा पहुंची है. कोरोमोटो माराकाइबा अस्पताल ने बताया है कि जिन 15 लोगों को गंभीर रूप से जलने के बाद वहां भर्ती किया गया है उनमें सात का अभी भी इलाज चल रहा है और उनकी हालत नाजुक लेकिन स्थिर है.
वेनेजुएला दक्षिणी अमेरिका का सबसे बड़ा तेल उत्पादक है. हादसे के तीस घंटे बीत जाने के बाद भी प्रशासन आग पर काबू पाने की कोशिशों में जुटा है. कुल 9 टंकियों में आग लगी थी जिनमें से अभी भी दो की आग नहीं बुझ सकी है. मरने वालों में 18 नेशनल गार्ड के जवान हैं जबकि 15 आम नागरिक. इनमें से ज्यादातर सैनिकों के परिवार वाले हैं. छह और शव मिले हैं जिनकी पहचान नहीं हो सकी है. उप राष्ट्रपति एलियास जाउआ ने कहा है कि लगातार रुख बदल रही हवाओं की वजह से आग बुझाने में जुटे कर्मचारियों को काफी दिक्कत हो रही है. आग की ऊंची और विशाल लपटें कई किलोमीटर दूर से भी देखी जा सकती है. हालांकि उन्होंने कहा कि हालात अब काफी हद तक नियंत्रण में हैं.
यह रिफाइनरी के पास ही आवासीय और कारोबारी इलाका है. इसके अलावा गरीब मजदूर अपने परिवार के साथ बिल्कुल इसके साथ हमें ही रहते हैं. अब तक कुल 121 लोगों को इलाज के लिए नौसेना के अड्डे पर लाया गया है जिनमें 48 बच्चे हैं. अधिकारियों ने बताया कि बड़ी संख्या में लोग अपने सामान के साथ सुरक्षाकर्मियों के बनाए घेरे के बाहर मौजूद हैं. यह लोग हादसे में तबाह हुए अपने घरों को छोड़ कर जाने की तैयारी में हैं. हालांकि कुछ लोग अभी भी वहीं लौट कर जाना चाहते हैं. 80 साल के अली बेलो ने कहा, "मुझे डर नहीं है, वे लोग कह रहे हैं कि अब दोबारा विस्फोट नहीं होगा."
शनिवार को हुए हादसे से पहले यह रिफाइनरी एक दिन में 645,000 बैरल तेल एक दिन में तैयार करती थी. तेल का उत्पादन और निर्यात करने वाले देशों के संगठन ओपेक के मुताबिक 2011 में वेनेजुएला के पास दुनिया का सबसे बड़ा तेल भंडार था और उसने इस मामले में सऊदी अरब को भी पीछे छोड़ दिया जहां दुनिया की सबसे बड़ी रिफाइनरी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यह लैटिन अमेरिकी देश हर दिन करीब 30 लाख बैरल तेल का उत्पादन करता है.
एनआर/ एएम (रॉयटर्स, एएएफपी)