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विकीलीक्स समर्थकों के साइबर हमले जारी

१० दिसम्बर २०१०

विकीलीक्स का समर्थन करने वाले इंटरनेट हैकर्स ने अपनी कार्रवाई बंद करने से इनकार कर दिया है. वह अब भी कई वेबसाइटों को विकीलीक्स का दुश्मन बताते हुए उन पर हमले जारी रखना चाहते हैं.

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तस्वीर: AP

उन्होंने और साइबर हमलों की चेतावनी दी है और मास्टर कार्ड के बाद पे पाल को निशाना बनाया जाएगा. जिन वेबसाइटों ने विकीलीक्स की फंडिंग रोकने की कोशिश की उनसे बदला लेने के लिए उन्होंने ऑपरेशन पेबैक शुरू किया है. इसका असर वीजा, मास्टर कार्ड और स्वीडन की सरकारी वेबसाइट पर तो पड़ा ही है.

उधर मॉस्को में रूसी प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि विकीलीक्स के संस्थापक जुलियन असांज ने दिखा दिया कि रूस के लोकतंत्र के बारे में पश्चिमी देशों की आलोचना पाखंड से भरपूर थी.

जब पुतिन से यह पूछा गया कि अमेरिकी राजनयिकों की गोपनीय बातचीत में उन्हें रूस का 'अल्फा डॉग' करार दिया गया और एक भ्रष्टाचारपूर्ण नौकरशाही का शासक बताया गया है तो पुतिन ने सवाल किया कि क्या अमेरिकी विदेश विभाग सूचना का साफ सुथरा स्रोत है.

उधर अमेरिकी अटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर ने कहा कि अमेरिकी अधइकारी अमेजॉन डॉट कॉम जैसे दूसरी कंपनियों की वेबसाइटों पर हमले पर नजर रखे हैं. "हमें स्थिती की जानकारी है और इस पर हमारी निगाह है".

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तस्वीर: dpa

अमेरिका की कई संस्थाओं विकीलीक्स को अपनी सेवाएं देना बंद कर दिया जब इस वेबसाइट से कई गोपनीय जानकारियां सार्वजनिक कर दीं. दस्तावेज लीक होने के कारण अमेरिका के कई सहयोगी देशों के साथ संबंधों में तनाव पैदा हुआ.

अमेजॉन ने पिछले सप्ताह विकीलीक्स की वेबसाइट को बंद कर दिया था और गुरुवार को यह विकीलीक्स के विरोधी हमले का मुख्य लक्ष्य बन गई. लेकिन फिर हैकर्स ने कहा कि यह उनके लिए कठिन लक्ष्य है. ट्विटर पर एक संदेश में कहा गया, "हम हाल में अमेजॉन पर हमला नहीं कर सकते क्योंकि हमारे पास इसके लिए जरूरी ताकत नहीं है."

इसकी जगह पे पाल की वेबसाइट पर हमला करने की बात हुई.

इधर फेसबुक ने कहा कि उन्होंने फेसबुक से ऑपरेशन पेबैक का पेज हटा दिया है क्योंकि ट्विटर से भी विकीलीक्स समर्थकों का अभियान गायब हुआ था लेकिन फिर यह शुरू हुआ. एक ऑनलाइन लेटर में एक बेनाम ग्रुप ने लिखा है कि उसके सदस्य न तो निगरानी कर रहे हैं और न ही आतंकवादी हैं. "लक्ष्य आसान है. इंटरनेट को किसी भी सरकारी या कॉरपोरेट नियंत्रण से आजाद रखा जाए.

मास्टर कार्ड ने गुरुवार को कहा कि कुछ ऑनलाइन सर्विसेज में थोड़ी बाधा है लेकिन कार्ड धारक अपने कार्ड्स का इस्तेमाल कर सकते हैं. वीजा कार्ड की वेबसाइट भी गुरुवार को अमेरिका में कुछ देर नहीं खुली लेकिन फिर ठीक हो गई. हैकर्स के ग्रुप ने इसकी जिम्मेदारी ली है.

जुलियन असांज के वकील ने इस बात से इनकार किया है कि असांज ने इन इंटरनेट हमलों का आदेश दिया था. उधर विकीलीक्स अब भी गोपनीय जानकारी सार्वजनिक कर रहा है. गुरुवार को जारी दस्तावेजों में सामने आया है कि जिम्बाब्वे में हीरों के अवैध धंधे के कारण कई हजार लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. इस से सिर्फ राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे के नजदीकी लोग ही अमीर हुए हैं और इसकी थोड़ी फाइनेन्सिंग सेंट्रल बैंक ने भी की है.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः ओ सिंह

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