1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

येदियुरप्पा के पास विशाल बहुमत हैः भारद्वाज

१८ मई २०११

कर्नाटक में सत्ताधारी बीजेपी और राजभवन में जारी तकररार के बीच राज्यपाल एचआर भारद्वाज ने कहा है कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के पास विशाल बहुमत है और इस बारे में कोई संदेह नहीं है. येदियुरप्पा को दोस्त बताया.

https://p.dw.com/p/11Iiw
राज्यपाल ने कहा मुख्यमंत्री के पास विशाल बहुमततस्वीर: UNI

एक सरकारी कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मंच पर मौजूद भारद्वाज ने आपसी मतभेदों को ज्यादा तवज्जो नहीं दी. पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट से फैसले से सरकार और राजभवन के बीच शुरू संकट के बाद मुख्यमंत्री और राज्यपाल एक साथ दिखे. वैसे भारद्वाज ने खुद को वापस बुलाए जाने की बीजेपी की मांग को खारिज किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ही उन्हें वापस बुलाने का फैसला कर सकती हैं जिन्होंने उन्हें नियुक्त किया है.

कर्नाटक लोकसेवा आयोग की 50वीं वर्षगांठ पर हुए कार्यक्रम में भारद्वाज ने कहा, "मुझे यह बात अच्छी तरह पता है कि मुझे संविधान के मुताबिक काम करना है." वहीं दिल्ली में बीजेपी नेतृत्व से मुलाकात कर कर्नाटक लौटे मुख्यमंत्री शांत दिख रहे थे. बीच बीच में वह राज्यपाल से बात करते भी दिखे. बीजेपी भारद्वाज को वापस बुलाने के लिए मुहिम चला रही है. भारद्वाज ने केंद्र सरकार से कर्नाटक में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की थी.

Bharatiya Janata Party Partei Indien Yediyurappa
तस्वीर: AP

भारी बहुमत

राज्यपाल ने अपने भाषण में कहा, "यह बात समझनी होगी कि मुख्यमंत्री राज्य के निर्वाचित प्रतिनिधि हैं. उन्हें विशाल बहुमत मिला है. किसी को इस बारे में संदेह नहीं है और हम दोस्त हैं. इन राजनीतिक तनावों का कोई मतलब नहीं है. हमें संविधान और कानून का पालन करना है." भारद्वाज ने कहा कि वह कुछ भी गलत करने का इरादा नहीं रखते लेकिन "मेरे हाथ संविधान से बंधे हुए हैं." राज्यपाल ने कहा कि वह चाहते हैं कि कर्नाटक में उनकी सरकार प्रतिष्ठा वाली सरकार बने. उपनिषद का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अतिथि भगवान होता है और राज्यपाल होने के नाते वह राज्य के अतिथि हैं.

पिछले दो दिनों में नई दिल्ली में बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील से मुलाकात की और राष्ट्रपति शासन लगाने की भारद्वाज की सिफारिश को खारिज करने की मांग की. उन्होंने भारद्वाज को वापस बुलाने पर भी जोर डाला. अब येदियुरप्पा राज्यपाल से मिल कर विधानसभा का सत्र बुलाने के दबाव डालेंगे और वह अपना बहुमत साबित कर सकें.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी