यहां पति राष्ट्रपति है और पत्नी उपराष्ट्रपति
८ नवम्बर २०१६विपक्ष और अमेरिका ने इस चुनाव की निंदा की है और धांधली का आरोप लगाया है. निकारागुआ की सर्वोच्च चुनाव परिषद ने कहा है कि 70 वर्षीय ऑर्तेगा को कुल 72.5 प्रतिशत मत मिले हैं. उनके निकटम प्रतिद्वंद्वी लिबरल कॉन्स्टिट्यूशनल पार्टी के मैक्समीनो रोद्रिगेज को सिर्फ 15 प्रतिशत वोट मिले.
ऑर्तेगा बीते 20 साल से लगातार निकारागुआ पर राज कर रहे हैं और उन पर अपने विरोधियों को दबाने के आरोप लगते हैं. उनके विरोधियों ने चुनावों को पाखंड बताया है और अमेरिका ने भी चुनावों की निंदा की है. लेकिन ऑर्तेगा की पत्नी मुरिलो ने इन चुनावों को जनसमर्थन की एक "मिसाल" बताया है. ऑर्तेगा को देश की गरीब जनता में मजबूत समर्थन प्राप्त है. मुरिलो कवि हैं और लंबे समय तक सरकार की प्रवक्ता रही हैं.
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बतौर राष्ट्रपति ये ऑर्तेगा का चौथा कार्यकाल होगा. 2007 से अब तक वो लगातार दो कार्यकाल राष्ट्रपति रहे हैं जबकि इससे पहले 1979 से 1990 तक भी देश की बागडोर उन्हीं के हाथ में थी. दरअसल उनके नेतृत्व में सैंडिनीस्ता विद्रोहियों ने तानाशाह सोमोजा परिवार को निकारागुआ की सत्ता से बाहर किया था.
लेकिन अब विपक्ष ऑर्तेगा और मुरिलो पर वंशवाद फैलाने का आरोप लगा रहा है. मुरिलो सरकार में पहले ही अहम भूमिका निभाती रही है. अब ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि वह भविष्य में राष्ट्रपति ऑर्तेगा का स्थान ले सकती हैं.
ऑर्तेगा अब सार्वजिनक रूप से कम ही दिखाई देते हैं. ऐसे में उनकी 65 वर्षीय पत्नी मुरिलो उनकी कई जिम्मेदारियों को पूरा करती हैं. वो सरकार के रोजमर्रा के कामकाज को देखती हैं. मेक्सिको की क्विंताना रो यूनिवर्सिटी में निकारागुआ मामलों की विशेषज्ञ और प्रोफेसर वेरोनिका रोउदा इस्त्रादा कहती हैं, "पति-पत्नी की सत्ता वाला चलन सिर्फ निकारागुआ में नहीं है." वो अर्जेंटीना की मिसाल देती हैं जहां क्रिस्टीना किश्नर अपने पति नेस्टर किश्नर की उत्तराधिकारी बनीं. साथ ही अमेरिका का भी वो जिक्र करती हैं जहां हिलेरी क्लिंटन अपने पति बिल क्लिंटन के नक्शे कदम पर चल रही हैं.
एके/वीके (एएफपी)
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