अंतरिक्ष में 160 दिन बिताने के बाद वापसी
७ मई २०२१स्पेसएक्स कंपनी का एक क्रू ड्रैगन कैप्सूल चारों अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर रविवार दो मई देर रात अमेरिका के फ्लोरिडा के पास समुद्र में उतरा था. यह 50 सालों से भी ज्यादा में पहली बार हुआ था जब नासा ने किसी यान को रात के समय पृथ्वी पर वापस उतारा. क्रू-1 कहे जाने वाले इस समूह के अमेरिकी सदस्य विक्टर ग्लोवर ने यान में उतरने के अनुभव के बारे में कहा, "एक समय पर मैं खुद को बस सांस अंदर लेने के लिए कह रहा था, क्योंकि मैं खुद को बहुत भारी महसूस कर रहा था. मैं खुद को उन कार्टूनों जैसा महसूस कर रहा था जिनके चेहरे गुरुत्वाकर्षण से नीचे की तरफ लटक जाते हैं."
यह पहला ऐसा मिशन था जिसमें अरबपति एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के बनाए एक अंतरिक्ष यान ने अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस पहुंचाया और वहां से वापस ले आया. ग्लोवर ने बताया, "मेरी अपेक्षा थी कि ये काफी चुनौतीपूर्ण होगा लेकिन जब ये वाकई हुआ तब मुझे लगता है यह मेरी अपेक्षाओं से कुछ कम ही निकला, तो कुल मिलाकर मजा आया." यान की गति बढ़ने का वजन छाती में केंद्रित था, जिसकी वजह से सांस लेने में कठिनाई आ रही थी.
उन्होंने आगे कहा, "लेकिन प्रक्षेपण और वायुमंडल में घुसना इतने अनूठे अनुभव हैं. नासा ने स्पेसएक्स को अंतरिक्ष यात्रियों को अमेरिका की धरती से अंतरिक्ष में भेजने का ठेका दिया है, क्योंकि नासा 2011 में स्पेस शटल कार्यक्रम बंद होने के बाद से यह काम खुद नहीं कर पाया है. तब से लेकर अभी तक नासा रूसी सोयूज यानों पर अपने अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिए मजबूर था. ये यान सूखी जमीन पर ही उतरते हैं.
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री शैनन वॉकर ने बताया, "पानी में उतरना दिलचस्प था क्योंकि हम में से किसी को भी मालूम नहीं था कि आगे क्या होगा. लेकिन मैं अपनी तरफ से यह कहूंगा कि मुझे यह जमीन पर उतरने के मुकाबले थोड़ा और मुलायम लगा." उन्होंने यह भी बताया, "सोयूज में आप पैराशूट के नीचे जितना समय बिताते हैं ड्रैगन में उससे कम समय लगता है." जल्द ही पेशेवर अंतरिक्ष यात्रियों के अलावा आम लोग अंतरिक्ष पर्यटकों की तरह ड्रैगन में अंतरिक्ष जाएंगे.
अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री माइक हॉप्किंस कहते हैं कि अंतरिक्ष पर्यटक वापस आने की कठिन यात्रा का सामना कर लेंगे. उन्होंने कहा कि एक बार उनकी सेंट्रीफ्यूग ट्रेनिंग हो जाए फिर यह उनके लिए पूरी तरह से अजीब नहीं होगा." जापानी अंतरिक्ष यात्री सोइची नोगुची ने कहा कि उतरने की प्रक्रिया काफी सहज थी. "समुद्र में उतरने के बाद प्रभाव बहुत ही कम था". हम लहरों को महसूस करते हैं, हम पानी वाले ग्रह पर वापस आ गए हैं. यह एक बहुत अच्छा एहसास है."
सीके/एए (एएफपी)