बिंद्रा के बिना कॉमनवेल्थ गेम्स?
१८ जनवरी २०१०पेइचिंग ओलंपिक खेलों में 10मीटर एअर राइफ़ल शूटिंग में सोने का पदक जीतने वाले बिंद्रा निश्चित नहीं हैं कि उन्हें नई दिल्ली में 3 से 14 अक्टूबर तक चलने वाले खेलों में भाग लेने दिया जाएगा या नहीं.
नेशनल राइफ़ल ऐसोशिएशन ऑफ़ इंडिया का कहना है कि अगर बिंद्रा अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना चाहें, तो उन्हें भी अन्य प्रतिस्पर्धियों की तरह ट्रेनिंग कैंपों में भाग लेना पड़ेगा. 27 वर्षीय बिंद्रा निजी तौर पर विदेश में ट्रेनिंग करते हैं. वह चाहते हैं कि विभिन्न देशों में आयोजित प्रतियोगिताओं में उनके प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन किया जाए.
कॉमनवेल्थ गेम्स से पहले अगले महीने कॉमनवेल्थ शूटिंग प्रतियोगिता होने वाली है. इस प्रतियोगिता के लिए भारतीय टीम में बिंद्रा को शामिल नहीं किया गया है. राइफ़ल एसोशिएशन का कहना है कि वह खेल मंत्रालय के निर्देशों का पालन कर रहा है, जिसके अनुसार प्रतिस्पर्धियों के लिए ट्रेनिंग कैंपों में भागीदारी ज़रूरी है.
अभिनव बिंद्रा का कहना है कि अगर उन्हें पेशेवर ढंग से ट्रेनिंग की अनुमति न दी जाए, फिर सफलता के मौक़े नहीं रहेंगे. उनका अपना तरीक़ा काफ़ी सफल रहा है, जिसकी वजह से वह विश्व और ओलंपिक चैंपियन बन सके हैं.
राइफ़ल एसोशिएशन के सचिव बलजीत सेठी ने अपने संगठन का बचाव करते हुए कहा है कि वह खेल मंत्रालय के निर्देशों से बंधे हुए हैं. दूसरी ओर, खेल मंत्रालय के अधिकारी इंजेती श्रीनिवास का कहना है कि प्रतियोगियों का चयन संबद्ध फ़ेडरेशन का मामला है. अगर वह बिंद्रा को ट्रेनिंग कैंप में भाग लेने से छूट देना चाहते हैं, तो सरकार को कोई आपत्ति नहीं होगी. लेकिन अभी तक ऐसा कोई आवेदन नहीं किया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उ भट्टाचार्य
संपादन: ए कुमार