बाढ़ से बचा, नाव में चीता
७ जून २०१३सेक्सनी अनहाल्ट राज्य के हाले में इस चीते को दूसरे चिड़ियाघर में पहुंचाया गया. कुछ और जानवरों को भी इसी तरह बचाया गया है. चीते को बेहोश करके छोटी बोट पर लाना पड़ा ताकि सारा काम सुरक्षा के साथ निबट जाए.
हाले के जू में टॉम बर्नहाइम अपने जू को नोआ की नाव बता रहे हैं क्योंकि इसमें चिड़िया, बंदर, पेंग्विन सहित कई जानवर हैं जो बाढ़ से बचाकर यहां लाए गए हैं. हालांकि कुछ जानवरों को बाढ़ का पानी तेजी से बढ़ने के कारण नहीं लाया गया. बर्नबुर्ग का जू बंद होने के बाद एक भालू वहीं टापू पर है. कुछ भेड़िए और यूरोपियाई जंगली भैंसे वहीं हैं क्योंकि छोटी नाव पर इतने बड़े जानवर नहीं बजाए जा सके हैं. इन जानवरों को बाढ़ से बचाने के लिए खास ऊंची जगहें बनाई गई हैं. वहीं कई हिरण और गिनी पिग डूब गए.
उत्तर की ओर
जर्मनी के उत्तरी इलाकों की ओर पानी बढ़ रहा है. क्योंकि भारत से बिलकुल विपरित यहां की अधिकतर नदियां दक्षिण से उत्तर में जाती हैं या कहें नीचे से ऊपर जाती हैं. ऐतिहासिक ड्रेसडन शहर के केंद्र ने एल्बे नदी के पानी से बचने में थोड़ी सफलता हासिल कर ली. हालांकि शहर के आसपास के कई इलाके पूरी तरह पानी में डूब गए हैं. एल्बे का पानी सप्ताहांत तक बढ़ने की आशंका जताई जा रही है.
हैम्बर्ग से दक्षिण पश्चिमी शहर लाउनेबुर्ग एल्बे के किनारे बसा है यहां के डेढ़ सौ घरों को खाली करवा लिया गया है. पूरे इलाके में 85000 राहत कर्मी काम कर रहे हैं.
बिटरफेल्ड चिंतित
पूर्वी राज्य सेक्सनी अनहाल्ट का बिटरफेल्ड वोल्फन इलाका फिलहाल चिंता का सबब है क्योंकि यहां कई केमिकल फैक्ट्रियां हैं. बिटरफेल्ड के बिलकुल नजदीक दो तालाब हैं जो काफी बड़े हैं. इसमें से एक तालाब में गड्ढा कर पानी को निकालने की कोशिश नाकाम रही. अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि इन तालाबों के टूटने का असर मिनी सुनामी जैसा हो सकता है.
डेगेनडॉर्फ की हालत
बवेरियाई शहर में डेगेनडॉर्फ डेन्यूब नदी का तटबंध टूटने के कारण कई घर पानी में डूब गए हैं. अगर बांध टूट गया तो हालत और खराब हो सकती है.
धीरे धीरे मध्य यूरोप में हालत बेहतर हो रही है. चेक गणराज्य में राहत कर्मचारी एल्बे नदी में बाढ़ के कारण अलग थलग पड़े परिवारों को सामान पहुंचाने का काम कर रहे हैं. चेक गणराज्य के करीब 700 गांव और शहर बाढ़ प्रभावित हैं.
रिपोर्टः आभा मोंढे (डीपीए, एएफपी)
संपादनः एन रंजन