बाइडेन ने कहा, अमेरिका को अंधकार से निकालना है
२१ अगस्त २०२०गुरुवार को डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के आखिरी दिन बाइडेन ने औपचारिक तौर पर राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी स्वीकार की. 77 साल के बाइडेन इससे पहले अमेरिका के उपराष्ट्रपति रह चुके हैं. उनके भाषण से डेमोक्रेटिक पार्टी के चार दिन तक चले अधिवेशन का समापन हुआ. अपने इस भाषण में बाइडेन ने डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर एकता पर जोर दिया.
अपने जोशीले भाषण में बाइडेन ने कहा, "मैं अमेरिका का राष्ट्रपति बनना चाहता हूं." उन्होंने कहा कि वह सिर्फ उन्हें वोट देने वालों का ही नहीं, बल्कि सारे अमेरिकियों का प्रतिनिधित्व करेंगे. उन्होंने नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को "अमेरिकी आत्मा का युद्ध" बताया और "अमेरिका के अंधकारमय दौर" को खत्म करने का संकल्प लिया.
उन्होंने कहा, "तानाशाहों से गलबहैया करने के अमेरिका के दिन खत्म हो गए हैं."
प्राथमिकताएं
बाइडेन ने कहा कि बतौर राष्ट्रपति उनकी पहली प्राथमिकता "कोरोना वायरस से निपटना" होगी. उन्होंने कहा, "इस वायरस की त्रासदी यह है कि इससे बचा जा सकता था." बाइडेन का मतलब था कि उनके राष्ट्रपति कार्यकाल में मास्क पहनने को संघीय स्तर पर जरूरी बनाया जाएगा.
अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर सबसे ज्यादा है, जहां अब तक इससे 1.7 लाख लोग मारे जा चुके है. इसीलिए डेमोक्रेटिक पार्टी का अधिवेशन ऑनलाइन कराया गया.
ट्रंप से मुकाबला
इससे पहले बुधवार को कमला हैरिस ने अधिवेशन को संबोधित किया, जिन्हें बाइडेन ने अपनी उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनाया है.
डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पाने की रेस में शामिल रहने वाले बर्नी सैंडर्स, पीट बट्टीगीग, एलिजाबेथ वॉरने, कोरी बूकर और एमी क्लोबुखर ने भी अधिवेशन को संबोधित किया, जो बाइडेन के लिए समर्थन मांगा और लोगों को वोट देने के लिए प्रोत्साहित किया.
इस अधिवेशन में जिन अहम बातों पर चर्चा हुई, उनमें डाक से वोट देना भी शामिल था, जिसकी राष्ट्रपति ट्रंप ने आलोचना की. ट्रंप ने बाइडेन के भाषण की आलोचना करते हुए ट्वीट किया और उन पर सिर्फ "बातें बनाने" का आरोप लगाया.
अब नवंबर में होने वाले चुनाव में बाइडेन ट्रंप को टक्कर देंगे.
एके/सीके (एपी, रॉयटर्स)
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