फिलीपींस में इंसान की आदम प्रजाति कैसे खत्म हुई
१२ अप्रैल २०१९इंसान की लुप्त हो चुकी एक प्रजाति के सबूत फिलीपींस में मिले हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि मौजूदा इंसान (होमो सेपिंयस) की प्रजाति जब अफ्रीका से बाहर निकल कर दुनिया में फैल रही थी, उस वक्त शायद फिलीपींस में इंसान की एक और प्रजाति मौजूद थी. उत्तरी फिलीपींस में लुजोन द्वीप में बेहद पुरानी हड्डियां और दांत मिलने के बाद यह दावा किया जा रहा है.
इंसान की मौजूदा प्रजाति को वैज्ञानिक भाषा में होमो सेपियंस कहा जाता है. फिलीपींस में मिली प्रजाति को होमो लुजोनेनसिस नाम दिया गया है. क्रमिक विकास की प्रक्रिया में सिर्फ होमो सेपियंस प्रजाति ही जिंदा बच पाई. इंसान की दूसरी प्रजातियां खत्म हो गईं. लेकहेड यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञ मैथ्यू टोचेरी के मुताबिक, इससे समझ में आता है कि "एशिया में क्रमिक विकास काफी जटिल और खलबली से भरा था."
विज्ञान पत्रिका नेचर में प्रकाशित शोध में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि उन्हें पहले भी फिलीपींस के द्वीप पर आदम इंसान के जीवाश्म मिल चुके हैं. 2007, 2011 और 2015 में लुजोन की कालाओ गुफा में सात दांत, पैरों की छह हड्डियां, हाथ, और टांग की हड्डियां मिलीं. ये जीवाश्म कम से कम तीन लोगों के थे. दो नमूनों की जांच के बाद कहा गया कि ये 50,000 से 67,000 साल पुराने हैं. उसके बाद ही होमो लुजोनेनसिस नाम दिया गया.
शोध में कहा गया कि होमो लुजोनेनसिस पत्थरों का इस्तेमाल करते थे. छोटे दांतों के आधार पर छोटे कद का भी दावा किया गया. होमो लुजोनेनसिस पूर्वी एशिया में उस वक्त रह रहे थे जब होमो सेपियंस, होमो निएंडेरथाल, डेनिसोवंस और हॉबिट कही जाने वाली इंसानी प्रजातियां भी पृथ्वी के अलग अलग हिस्सों में मौजूद थीं.
इस बात के कोई सबूत नहीं मिले हैं कि होमो लुजोनेनसिस कभी होमो सेपियंस के संपर्क में आए. वैज्ञानिकों का मानना है कि इंसान जैसी दिखने वाली सबसे पुरानी प्रजाति होमो इरेक्टस थी. यह प्रजाति 18 लाख साल पुरानी बताई जाती है. यही अफ्रीका से बाहर निकली और दुनिया के अलग अलग हिस्सों में फैली. बाकी प्रजातियां होमो इरेक्टस के क्रमिक विकास की देन हैं. लेकिन इस क्रमिक विकास के अंत में सिर्फ होमो सेपियंस प्रजाति ही जिंदा रह सकी. होमो सेपिंयस प्रजाति तीन लाख साल पुरानी बताई जाती है.
(जब वो धरती पर थे...)
ओएसजे/एमजे (एपी)