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पीएसी से इस्तीफा दें जोशी: कांग्रेस, डीएमके

२८ अप्रैल २०११

कांग्रेस और डीएमके ने मुरली मनोहर जोशी से संसदीय लोक लेखा समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की मांग की है. भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरी डीएमके भी आरोप लगा रही है कि जोशी सरकार को अस्थिर करने का इरादा रखते हैं.

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जोशी पर उठे सवालतस्वीर: AP

संसदीय लोक लेखा समिति (पीएसी) के पैनल में शामिल कांग्रेस और डीएमके के नेताओं ने बीजेपी नेता जोशी से इस्तीफे की मांग की. जोशी पीएसी के अध्यक्ष हैं. पीएसी ने 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले पर एक रिपोर्ट का मसौदा तैयार किया. इस मसौदा रिपोर्ट के कुछ अंश लीक हो गए. इसे आधार बनाते हुए यूपीए सरकार में शामिल दोनों पार्टियां मुरली मनोहर जोशी से इस्तीफा देने की मांग कर रही हैं.

आरोप लगाया जा रहा है कि जोशी सरकार को अस्थिर करने के इरादे से ऐसा कर रहे हैं. कांग्रेस के नेता नवीन जिंदल, सैफुद्दीन सोज और केएस राव और डीएमके के केटी सिवा ने आरोप लगाया कि जोशी जानबूझकर रिपोर्ट निकालने में तेजी दिखा रहे हैं ताकि इसका राजनीतिक फायदा उठाया जा सके.

2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में डीएमके ही सबसे ज्यादा बुरी तरह फंसी है. पार्टी के नेता और पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा जेल में हैं. पार्टी सुप्रीमो करुणानिधि की बेटी कनिमोड़ी भी फंसती दिखाई पड़ रही हैं. ऐसे नेताओं वाली डीएमके जोशी के ऊपर से सबसे ज्यादा हमला कर रही है. डीएमके नेता केटी सिवा ने कहा, "यह लगता है कि मसौदा रिपोर्ट भेदभाव की सोच के साथ पूर्व निर्धारित मानसिकता के आधार पर एक खराब इरादे से बनाई जा रही है. इसका मकसद सरकार को अस्थिर करना है."

पीएसी की रिपोर्ट के मुताबिक राजा की पहले आओ, पहले पाओ नीति पर प्रधानमंत्री कार्यालय पहले ही आपत्तियां उठा सकता था. मसौदे में यह भी कहा गया है कि राजा ने अपनी धूर्तता भरी युक्ति को लागू करवाने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को गुमराह किया. इससे सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ. रिपोर्ट कहती है कि प्रधानमंत्री को इस बात का पता था कि कानून मंत्रालय ने इस बारे में जो सलाह दी थी वह टेलीकॉम मंत्रालय की राय की विरोधाभासी थी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार

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