"पाक को भारत से ज्यादा खुद से खतरा"
८ अक्टूबर २०१०लगभग दो साल से पाकिस्तान से बाहर रह रहे मुशर्रफ ने कहा, "मैं कहता हूं कि आज सबसे बड़ा खतरा सरकार की नाकामी है." राष्ट्रपति पद से 2008 में हटने के बाद से मुशर्रफ ने ज्यादातर वक्त पाकिस्तान से बाहर लंदन में बिताया है. हालांकि हाल ही में अपनी राजनीतिक पार्टी शुरू करने के बाद उन्होंने संकल्प किया है कि वह पाकिस्तान लौटेंगे.
राजनीतिक रूप से अस्थिर रहे पाकिस्तान में लगभग नौ साल तक राज करने वाले पूर्व मिलिट्री कमांडर मुशर्रफ ने जोर देकर कहा कि देश को ऐसी सरकार की जरूरत है जो काम करे और जो भ्रष्टाचार से मुक्त हो.
लंदन में भारतीय मैगजीन द वीक को दिए इंटरव्यू में कहा, "पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की सरकार ऐसा करने में नाकाम रही है. नवाज शरीफ दो बार सत्ता में आए लेकिन वह कुछ भी नहीं कर पाए क्योंकि उनके पास दिमाग नहीं है."
मुशर्रफ का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब पाकिस्तान दशकों की सबसे भयंकर बाढ़ और भ्रष्टाचार के साथ साथ तालिबान से निबटने के अपने उपायों की वजह से विवाद में है. उनसे जब पूछा गया कि वह कब पाकिस्तान लौटने की सोच रहे हैं, तो 67 साल के मुशर्रफ ने कहा कि जैसे ही चुनाव का एलान होगा, वह लौट जाएंगे.
इसी महीने एक अक्तूबर को ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग का गठन करने वाले मुशर्रफ ने कहा, "जैसे ही चुनावों की घोषणा होगी, मैं लौट जाऊंगा. इस बीच मैं यहां रहते हुए अपनी पार्टी को मजबूत करने की कोशश करता रहूंगा." तयशुदा कार्यक्रम के मुताबिक अगला आम चुनाव 2013 में होना है.
मुशर्रफ ने कहा कि उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि पाकिस्तान लौटने पर उनके साथ क्या रवैया अपनाया जाएगा. मीडिया में ऐसी रिपोर्टें हैं कि पाकिस्तान लौटने पर पूर्व सैन्य जनरल के साथ सख्ती बरती जा सकती है.
मुशर्रफ ने कहा, "वे जो चाहते हैं उन्हें करने दें. जहां तक मेरा सवाल है, मैं जब भी लौटना चाहूं, मुझे कोई नहीं रोक सकता. जो भी मेरी मुखालफत कर रहे हैं वे सब कायर हैं और मेरे पाकिस्तान लौटने से डरते हैं."
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी हाल ही में कह चुके हैं कि मुशर्रफ अगर पाकिस्तान लौटते हैं तो सुप्रीम कोर्ट उनके 'स्वागत' को तैयार है क्योंकि उनके खिलाफ कई मामले चल रहे हैं.
रिपोर्ट: पीटीआई/वी कुमार
संपादनः ए जमाल