पाकिस्तान को ड्रोन विमानों की 'ज़रूरत'
२६ फ़रवरी २००९समाचार एजैंसी ऐसोसिएटिड प्रेस के साथ एक इंटरव्यू में क़ुरैशी ने कहा कि चरमपंथियों पर किए जाने वाले हमलों पर अमेरिका का नहीं पाकिस्तान का नियंत्रण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मिसाइल-हमलों में आम नागरिकों की मौत के कारण पाकिस्तान सरकार का चरमपंथियों के ख़िलाफ़ इलाक़े के स्थानीय निवासियों की सहायता हासिल करना मुश्किल हो जाता है.
क़ुरैशी ने बताया कि उन्होंने यह मुद्दा मंगलवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रिटायर्ड जनरल जेम्स जोन्स के साथ अपनी बैठक में उठाया था. क़ुरैशी और अफ़ग़ानिस्तान के विदेशमंत्री रंगीन ददफ़ार स्पांटा अपने देशों के प्रतिनिधिमंडलों के नेताओं के रूप में वॉंशिग्टन में हैं. दोनों नेता ओबामा सरकार द्वारा पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान संबंधी अमेरिकी रणनीति पर जारी पुनर्विचार में हिस्सा ले रहे हैं.
एक दिन पहले क़ुरैशी ने विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ बैठक की. बैठक के बाद पत्रकारों से एक संक्षिप्त बातचीत में क़ुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान नए अमेरिकी प्रशासन के बारे में बहुत आशावान है., "पाकिस्तान आतंकवाद से संघर्ष में अमेरिका-सरकार के साथ मिलकर काम करने को तत्पर है. हम आतंकवाद को उसके सभी रूपों में पराजित करने के लिए कृत संकल्प हैं."
क़ुरैशी ने सीएनएन पर एक इंटरव्यू में अफ़ग़ानिस्तान में 17,000 अतिरिक्त अमेरिकी सैनिक भेजे जाने पर टिप्पणी करते हुए कहा, "मैंने बातचीत में यह विषय उठाया है कि सैनिकों की संख्या बढ़ाए जाने के पाकिस्तान के हालात पर असर हो सकते हैं और हमें मिल बैठकर उन पर विचार करना चाहिए."