पाकिस्तान के पिछवाड़े में 'जहरीले सांप'
१६ मार्च २०११आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में पाकिस्तान की तरफ से पर्याप्त उत्साह न दिखाए जाने से अमेरिकी सांसद और रक्षा विभाग परेशान हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि आतंकवादियों के खिलाफ असरदार कार्रवाई न की गई तो ये 'जहरीले सांप' पलट कर खुद पाकिस्तान के लिए भी मुसीबतें पैदा करेंगे. अफगानिस्तान में अमेरिका और नाटो की फौज के कमांडर जनरल डेविड पैट्रियस ने अमेरिकी सांसदों से कहा है, "मेरे ख्याल से अब इस बात को सभी मानने लगे हैं कि कोई भी घर के पिछवाड़े में जहरीले सांपों को बिल बनाने की इजाजत इसलिए नहीं दे सकता कि वो पड़ोसियों के बच्चों को काटें. क्योंकि आज या कल ये वापस लौटेंगे फिर अपने पालने वालों के लिए संकट पैदा करेंगे.
सीनेट के सदस्य और सीनेट की सशस्त्र सेना कमेटी के चेयरमैन कार्ल लेविन ने कहा कि इस बात की सख्त जरूरत है कि पाकिस्तान पर असर डालने के तरीके ढूंढे जाए क्योंकि उनका पिछवाड़ा ऐसी जगह है जहां सांपों को पनपने की इजाजत दी जा रही है और ये सांप सीमा पार कर रहे हैं. सरकार की तरफ से अमेरिकी रक्षा नीति विभाग के उप मंत्री मिशेले फ्लॉरनॉय ने कहा,"ओबामा प्रशासन पाकिस्तान सरकार से इस बारे में बात कर रहा है और अब हम ये देख रहे हैं कि हमारा सहयोगी पाकिस्तान उत्तर वजीरिस्तान और दूसरे इलाकों में क्या कर रहा है." फ्लॉरनॉय ने ये भी कहा कि अमेरिका अफगान की तरफ से सीमा पर और सरहदी इलाकों में अल कायदा के नेतृत्व पर शिकंजा कस कर जितना मुमकिन हो सकता है दबाव बना रहा है.
अमेरिकी सांसदों की चिंता
जनरल पैट्रियस और फ्लॉरनॉय ने सीनेट के सदस्यों के सामने आतंकवादियों के पनाहगाह के बारे में जानकारी दी जिस पर सीनेट के सदस्यों ने गहरी चिंता जताई.
लेविन ने कहा,"आप दोनों ने पाकिस्तान और वहां आतंकियों को रहने के लिए मिली खुली आजादी का जिक्र किया है. पाकिस्तान की सरकार जानती है कि उत्तरी वजीरिस्तान और क्वेटा में ऐसे लोग रह रहे हैं जो सीमा पार जा कर अफगानी लोगों को डरा रहे हैं उन पर हमले कर रहे हैं इसके साथ ही वो हम पर, अफगान सेना और अंतरराष्ट्रीय सेना पर हमले कर रहे हैं. पाकिस्तान इन सब चीजों को दूसरी तरह से देखता है पर हम इसे उस तरह से नहीं देख सकते. मैं आपसे आग्रह करता हूं कि अगर पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बनाने के अलावा और क्या किया जा सकता है ये भी बताएं."
जनरल पैट्रियस ने कहा कि अल कायदा और हक्कानी के नेटवर्क पर उत्तरी वजीरिस्तान में काफी दबाव बनाया गया है. पाकिस्तान की सेना ने भी पिछले दिनों कुछ कार्रवाइयां की हैं और इन गुटों को नुकसान पहुंचाया है. सीनेटर जॉन मैक्केन ने कहा कि पाकिस्तान ने अपनी सीमा के भीतर अल कायदा के खिलाफ कुछ कदम उठाए हैं और इसके लिए उसकी तारीफ की जानी चाहिए पर अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ हमला करने वाले गुटों को पाकिस्तान समर्थन देना बंद करे इसके लिए असरदार तरीके से कुछ करना होगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम